प्रचंड ने दी बहिष्कार की धमकी
काठमांडू | एजेंसी: नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार से काठमांडू-10 की सीट से हारने के फौरन बाद गुरुवार सुबह यूसीपीएन-एम ने एक प्रेस वार्ता बुलाई. इस बीच, पार्टी के कई वरिष्ठ नेता नई संविधान सभा का विरोध कर रहे हैं. प्रचंड ने प्रेस वार्ता में कहा कि 19 नवंबर के मतदान में गड़बड़ियों एवं धांधलियों की खबर आई है और उन्होंने यह मामला सरकार एवं निर्वाचन आयोग के समक्ष उठाया है.
नेपाल में संविधान सभा के चुनाव की मतगणना के शुरुआती रुझान में 2008 की सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी एकीकृत कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल-माओवादी को कई महत्वपूर्ण सीटों पर हार मिलती दिख रही है. इसके अध्यक्ष पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड ने सरकार एवं निर्वाचन आयोग को कथित धोखाधड़ी पर ध्यान न दिए जाने की स्थिति में गुरुवार को संविधान सभा का बहिष्कार करने की धमकी दी है. पार्टी ने फौरन मतगणना पर रोक लगाने की मांग की है.
उन्होंने कहा, “अगर हमारी शिकायत और निवेदन को नहीं सुना गया तो हम अगले संविधान सभा का हिस्सा नहीं बनेंगे.”
नेपाल में दूसरे संविधान सभा के लिए कराए गए चुनाव में देश के पारंपरिक राजनीतिक दलों नेपाली कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल-एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी को बढ़त मिलती दिख रही है.
नेपाल के निर्वाचन आयोग से मिल रहे शुरुआती रुझान के मुताबिक, एनसी 75 सीटों , सीपीएन-यूएमएल 48 सीटों, यूनिफाइड कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल-माओवादी 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. अन्य पार्टियां 20 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं.
प्रचंड ने कहा, “अगर मतदान प्रक्रिया इस तरह चलती रही, हमारी याचिका की अनदेखी की गई, हम परिणाम को नहीं स्वीकारेंगे. निर्वाचन प्रक्रिया जनादेश के खिलाफ , षडयंत्र से भरा और अनापेक्षित हैं.”
उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शक्तियों पर अपनी हार का आरोप लगाया है.
प्रचंड का बयान ऐसे वक्त में आया जब उन्होंने बुधवार को मतदान में हिस्सा लेने और इसे स्पष्ट व निष्पक्ष बनाने के लिए नेपाली जनता को बधाई दी थी.
इधर, यूसीपीएन-एम के आरोप के बाद निर्वाचन आयोग ने किसी भी तरह की धांधली से इंकार करते हुए पार्टी नेतृत्व से मतगणना में हिस्सा लेने की मांग की है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त नील कांत उप्रेती ने कहा, “निर्वाचन प्रक्रिया बेहद निष्पक्ष तरीक से हुआ है और यह जनता की आकांक्षा को दर्शाता है.”
कार्टर सेंटर सहित कई अंतर्राष्ट्रीय चुनावी पर्यवेक्षक गुरुवार दोपहर को मतगणना प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं.
एनसी के अध्यक्ष सुशील कुमार कोइराला ने यूसीपीएन-एम के नेताओं से चुनाव के परिणाम का स्वागत करने और लोकतांत्रिक प्रकिया में विश्वास करने की मांग की है.