शेखर दत्त को मिली मियाद
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त अपने पद पर बने रहेंगे. एक आंग्ल दैनिक के हवाले से खबर आई है कि एनडीए सरकार ने यूपीए द्वारा नियुक्त 6 राज्यपालों को अपने पद से हटने के लिये कहा है. उनमें से शीला दीक्षित ने इस्तीफा देने से साफ इंकार कर दिया है.
बकौल अखबार केन्द्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने 6 राज्यपालों को केन्द्र सरकार की मंशा से अवगत करा दिया है. इन 6 राज्यपालों से कहा गया है कि वे अपना इस्तीफा भेज दें. खबरों के अनुसार इनमें राजस्थान की राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा, गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल, बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन, केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित, महाराष्ट्र के राज्यपाल शंकरनारायणन तथा त्रिपुरा के देवेन्द्र कुंवर हैं.
गौर करने वाली बात यह है कि इनमें यूपीए द्वारा नियुक्त छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त का नाम फिलहाल नहीं है. इससे राजधानी रायपुर में इस बात की चर्चा है कि उन्हें कुछ समय की मियाद मिल गई है. शेखर दत्त, बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन जब यूपीए सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे तब उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे.
एनडीए सरकार के इस कदम से स्पष्ट है कि वे भी यूपीए के नक्शो कदम पर चल रहें हैं. यूपीए जब सत्ता में आई थी तो उसने एनडीए द्वारा नियुक्त 4 राज्यपालों को अपने पद से हटा दिया था.
वहीं केरल के राज्यपाल शीला दीक्षित के इस्तीफे से इंकार करने से दिल्ली का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है.
अखबार के अनुसार शीला दीक्षित ने कहा है कि सरकार ऐसा लिखकर दे तभी वे इस्तीफा देंगी.
गौरतलब है कि अदालत ने 2010 में अपने आदेश में कहा था कि राज्यपाल केन्द्र सरकार के कर्मचारी नहीं हैं और उन्हें विश्वास खत्म होने के नाम पर हटाया नहीं जा सकता. लेकिन अदालत ने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार ऐसे राज्यपालों को हटाने के लिए कारण बताते हुए राष्ट्रपति को लिखे जो अपनी इच्छा से उन्हें रखें या हटाएं.