पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या
मुंबई | डेस्क : एनसीपी के जाने-माने नेता और 3 बार के विधायक और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. शनिवार की देर रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट में उन पर कई राउंड फायरिंग की गई. इसके बाद उन्हें गंभीर स्थिति में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
बाबा सिद्दीकी पिछले 48 साल से कांग्रेस में थे. इसी साल फरवरी में कांग्रेस छोड़कर बाबा सिद्दीकी एनसीपी (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए थे.
65 साल के सिद्दीकी महाराष्ट्र में एक प्रमुख मुस्लिम नेता थे और उन्होंने खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया था. राजनीति से ज्यादा सिद्दीकी अपनी सोशलाइट छवि और हर साल भव्य इफ्तार पार्टियों के आयोजन के लिए जाने जाते थे.
उन पर उस समय हमला किया गया जब वो अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर जा रहे थे.
घटना के बारे में जानकारी देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ”बाबा सिद्दीकी पर जानलेवा हमला हुआ था, उनकी मृत्यु हो गई. यह एक दुखद घटना है. दो आरोपी गिरफ्तार हैं, एक फरार है. कमिश्नर ने मुझे बताया है कि तीसरे आरोपी को भी जल्द पकड़ा जाएगा. एक आरोपी हरियाणा का है और एक उत्तर प्रदेश का.”
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मुताबिक़, इस मामले में गिरफ़्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है.
बिहार से मुंबई तक का सफर
13 सितंबर, 1959 को पटना में जन्मे बाबा सिद्दीकी मुंबई में पले-बढ़े और 1977 में किशोरावस्था में ही कांग्रेस में शामिल हो गए. स्थानीय मतदाताओं के साथ अपने मजबूत संबंधों के कारण वे जल्दी ही पार्टी में ऊपर उठ गए.
बाबा सिद्दीकी 1980 में बांद्रा युवा कांग्रेस के बांद्रा तालुका के महासचिव बने और अगले दो वर्षों के भीतर इसके प्रमुख चुने गए. 1988 में वे मुंबई युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने और 1992 में नगर पार्षद चुने गए.
1999 में, सिद्दीकी ने बांद्रा पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा सदस्य (एमएलए) के रूप में अपना पहला चुनाव जीता. उनकी जीत को उनके मजबूत जमीनी समर्थन और विविध समुदायों के मतदाताओं को जुटाने की क्षमता के परिणामस्वरूप देखा गया. उन्होंने लगातार तीन बार बांद्रा पश्चिम का प्रतिनिधित्व किया और 2014 तक इस सीट पर बने रहे.
विधायक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, सिद्दीकी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के बुनियादी ढांचे में सुधार, झुग्गी पुनर्वास, स्वास्थ्य सुविधाओं को उन्नत करने और शैक्षणिक संस्थानों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने पर बड़े पैमाने पर काम किया.