बस्तर की सड़कों पर फिर से नक्सल राज
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित 257 सड़को पर फिर से नक्सल राज कायम हो गया है. सरकारी आंकड़ों की मानें तो सुकमा के बुरकापाल में हुये नक्सली हमले के बाद बस्तर की 42 सड़कों के निर्माण का काम ठप्प हो गया है. सुरक्षा कारणों से 215 सड़कों का निर्माण कार्य ही शुरु नहीं हो पाया है. अब 42 सड़कों का निर्माण कार्य भी ठप्प पड़ गया है.
सुकमा के बुरकापाल में अप्रैल में नक्सल हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान मारे गये थे. इसके बाद सीआरपीएफ ने कहा था कि वह अब सड़क निर्माण के लिये सुरक्षा देने का काम नहीं करेगी. अफसरों का तर्क था कि यह काम उनका नहीं है और ना ही उन्हें इसका क्रेडिट दिया जाता है. जिन 25 जवानों की मौत नक्सली हमले में हुई थी, वे सड़के निर्माण के काम में ही जुटे हुये थे.
सीआरपीएफ के इस बयान के बाद ही सड़कों का निर्माण रोक दिया गया था. कहा गया कि एक सप्ताह बाद फिर से सड़कों का निर्माण का काम शुरु किया जायेगा. लेकिन इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हो सकी. सुकमा ज़िले में जिन 22 सड़कों का काम चल रहा था, उनका निर्माण ठप्प हो गया. इसी तरह बीजापुर की सात और दंतेवाड़ा की 13 सड़कों पर काम रुका हुआ है.
छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के सीईओ राकेश चतुर्वेदी का कहना है कि अभी सड़कों का निर्माण बंद है. माना जा रहा है कि सड़क निर्माण का काम अब बरसात के बाद ही शुरु हो पायेगा. लेकिन यह स्थिति भी तभी बन पायेगी, जब सड़क निर्माण के लिये सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम हो पायेगा.
बस्तर में सड़कों के निर्माण का काम सरकार के लिये एक बड़ी चुनौती रही है. पुलिस अफसर भी मानते रहे हैं कि एक-एक सड़क का निर्माण नक्सलियों के लिये भारी साबित होगा. लेकिन सुरक्षा के अभाव में सड़क निर्माण का ठप्प होना नक्सलियों के हौसलों को बुलंद कर रहा है.