नक्सली हमले में 16 की मौत
जगदलपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बस्तर में माओवादियों के हमले में 15 जवानों के मारे जाने की खबर है. मारे जाने वालों में 11 जवान सीआरपीएफ के हैं, जबकि 4 जवान ज़िला पुलिस के हैं. माओवादी मारे गये जवानों के हथियार लूटनइसके अलावा एक ग्रामीण के भी मारे जाने की खबर है. पुलिस का कहना है कि इस हमले में बड़ी संख्या में जवान हताहत हुये हैं. इनमें से 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है.
मारे गये सभी 11 जवान सीआरपीएफ की 80वीं बटालियन के सदस्य हैं. शहीद जवानों के शवों और घायल जवानों को लाने के लिए रायपुर से भी एक हेलीकॉप्टर घटनास्थल पर भेजा गया है.
बस्तर के आईजी अरुणदेव गौतम के अनुसार यह हमला तोंगपाल से दरभा घाटी के रास्ते में उस समय हुआ, जब सीआरपीएफ की एक रोड ओपनिंग पार्टी उस इलाके से गुजर रही थी. इलाके में पुलिस का दल सड़क निर्माण में लगे लोगों को सुरक्षा देने के लिये गया हुआ था.
दरभा घाटी वही इलाका है, जहां पिछले साल 25 मई को माओवादियों ने हमला कर के कांग्रेस के कद्दावर नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल समेत 31 लोगों की हत्या कर दी थी. कांग्रेस के नेता उस इलाके में परिवर्तन यात्रा पर थे.
पुलिस का कहना है कि संदिग्ध माओवादियों ने बारुदी सुरंग लगा कर इस वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद पुलिस और माओवादियों के बीच करीब घंटे भर तक मुठभेड़ चली. माओवादियों ने पहले पुलिस को चारों तरफ से घेरा, उसके बाद सड़के के दोनों तरफ से उन पर हमला बोला.
पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ के बाद माओवादी घटना स्थल से भाग गये. घटना स्थल पर मिले खून के निशान के आधार पर पुलिस ने कम से कम दो नक्सलियों के मारे जाने की आशंका व्यक्त की है.