नक्सल ज़िलों पर पैंकरा की ग़लतबयानी?
रायपुर | संवाददाताः छत्तीसगढ़ के कितने ज़िले नक्सल प्रभावित घोषित हैं? राज्य के गृहमंत्री रामसेवक पैंकरा का दावा है कि छत्तीसगढ़ में नक्सल घोषित ज़िलों की संख्या केवल 10 है. लेकिन राज्य सरकार के दावे के उलट केंद्र सरकार का कहना है कि छत्तीसगढ़ के 16 ज़िले नक्सल प्रभावित घोषित हैं. केंद्र और राज्य सरकार के इन दावों ने नक्सल मोर्चे पर समन्वय की पोल खोल दी है.
केंद्र सरकार ने राज्यसभा और लोकसभा में पिछले ही सत्र में यह जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ के 16 ज़िले नक्सल प्रभावित घोषित हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार छत्तीसगढ़ का बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, जशपुर, कांकेर, कोरिया, नारायणपुर, राजनांदगांव, सरगुजा, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, बालोद, सुकमा, कोंडागांव और बलरामपुर नक्सल ग्रस्त घोषित हैं.
लेकिन अब राज्य सरकार ने दावा किया है कि पिछले 14 साल में राज्य के केवल 10 ज़िलों को नक्सल प्रभावित घोषित किया गया है. राज्य के गृहमंत्री रामसेवक पैंकरा ने विधानसभा के ताज़ा सत्र में यह जानकारी उपलब्ध कराई है. सदन में दी गई इस जानकारी के अनुसार कबीरधाम ज़िले को पहले इस सूची से बाहर कर दिया गया था लेकिन अब कबीरधाम को भी फिर से इस श्रेणी में शामिल करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है. सवाल यही है कि संसद में जानकारी देने वाले राजनाथ सिंह और उनका गृह मंत्रालय इस मामले में गलतबयानी कर रहा है या विधानसभा में जानकारी देने वाले छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री रामसेवक पैंकरा.
गौरतलब है कि केंद्र द्वारा नक्सलग्रस्त घोषित इन सभी 16 ज़िलों को दूसरे ज़िलों की तुलना में अतिरिक्त धन दिये जाने का प्रावधान है. विकास के मोर्चे पर भी नक्सल प्रभावित घोषित ज़िलों को अतिरिक्त धन मुहैय्या करवाया जाता है. हालत ये है कि इस साल जब केंद्र सरकार ने देश के कुछ ज़िलों के नक्सल प्रभावित होने की श्रेणी से हटाने की रणनीति बनानी शुरु की तो राज्य के आला अधिकारी इसके खिलाफ खड़े हो गये. इन अधिकारियों ने केंद्र सरकार को नक्सली घटनाओं का हवाला देते हुये इनके विशेष ज़िलों का दर्जा बरकरार रखने की मांग की.