शिक्षा की गुणवत्ता बेहद खराब: पित्रोदा
कोलकाता | एजेंसी: प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा ने कोलकाता में कहा है कि देश में शिक्षा का स्तर बेहद खराब है. उन्होनें कहा कि वर्षो पुरानी प्रणाली और मानसिकता में बदलाव की जरूरत है. सैम पित्रोदा ने कहा कि शासन में कुछ ऐसे लोग हैं, जो अंधकार युग में जी रहे हैं.
पित्रोदा प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में विचार प्रकट कर रहे थे. वह लोक सूचना आधारभूत संरचना और इनोवेशन पर प्रधानमंत्री के सलाहकार हैं. पित्रोदा को देश में दूरसंचार क्रांति का जनक माना जाता है.
उन्होंने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि “एक सीमा से बाहर जाकर कैसे सोचें और शिक्षा को फिर से कैसे पुनर्गठित करें? यहीं पर मानसिकता की बात सामने आती है. सरकार, मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सोचने के तरीके में तेजी से बदलाव नहीं आ रहा है. उन जगहों पर कुछ लोग अभी भी अंधकार युग में जी रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “हमारे पास इतना विशाल बैंडविड्थ है और हम इसका लाभ नहीं उठा रहे हैं. आधुनिक विश्वविद्यालय प्रणाली में प्रौद्योगिकी बड़ी भूमिका निभा सकती है. हमें कुछ जोखिम लेनी चाहिए और अनुभव लेना चाहिए एवं असफल होना सीखना चाहिए.”
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को सिर्फ पठन सामग्री पेश करने की जगह मार्गदर्शक की भूमिका निभानी चाहिए.