nh: भ्रष्ट्राचार या छद्म मुकदमा
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: नेशनस हेराल्ड मामले में सरकार तथा कांग्रेस आमने-सामने आ गई है. कांग्रेस का आरोप है कि यह राजनीतिक बदले के लिये किया गया छद्म मुकदमा है वहीं, सरकार का कहना है कि यह भ्रष्ट्राचार का मामला है जिसमें राजनीतिक उद्देश्य के लिये गये धन का व्यापारिक उपयोग किया गया है. कांग्रेस सदस्यों के विरोध के बाद मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिये स्थिगत कर दी गई. सरकार का कहना है कि जिस लड़ाई को अदालत में लड़ना है उसे संसद में उठाया जा रहा है.
संसद से बाहर वित्तमंत्री अरूण जेटली ने पत्रकारों से कहा, “यह गंभीर भ्रष्टाचार का मामला है, क्योंकि राजनीतिक उद्देश्य से इकट्ठी की गई राशि का व्यापारिक इस्तेमाल किया गया.”
जेटली ने कहा, “सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है..संसद का भी इसमें क्या काम? निजी तौर पर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई और सरकार पूरे मामले में कहीं है ही नहीं.”
उन्होंने आगे कहा, “उन्हें इसका सामना करना होगा और अदालत को जवाब देना होगा, न कि सदन की कार्यवाही बाधित करें.”
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, “सत्तारूढ़ पार्टी राजनैतिक दुर्भावना की वजह से वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के खिलाफ छद्म मुकदमेबाजी का इस्तेमाल कर रही है.”
उन्होंने कहा, “यह निकृष्टतम राजनैतिक प्रतिशोध है. स्वामी, शिकायतकर्ता, भाजपा के वरिष्ठ सदस्य हैं.”
दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस मामले में सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी एवं कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं की उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें निचली अदालत के समन को खारिज करने का अनुरोध किया गया था. इसके साथ इनकी मंगलवार की पेशी तय हो गई थी.
अदालत ने मंगलवार को कहा कि इन्हें 19 दिसंबर को पेश होना होगा.