मेरा आदर्श रोहित वेमुला: कन्हैया
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: जेल से जमानत पर छूटे कन्हैया कुमार ने कहा कि उनका आदर्श रोहित वेमुला है. साथ ही उन्होंने नौ फरवरी को जेएनयू में जो भी हुआ उसकी कड़ी निंदा करते हुये कहा करदाताओ के पैसे से चलने वाली जेएनयू में राष्ट्र-विरोधी बाते नहीं होती है और न ही जेएनयू किसी राष्ट्र-विरोधी गतिविधी का समर्थन करता है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने शुक्रवार को कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय का शोध छात्र रोहित वेमुला उनका आदर्श है, संसद हमले का दोषी अफजल गुरु नहीं. कन्हैया ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा, “यदि आप हमसे पूछें तो अफजल गुरु मेरा आदर्श नहीं है. रोहित वेमुला मेरा आदर्श है.”
कन्हैया से सवाल किया गया था, “आप वर्ष 2001 के दिसंबर में संसद पर हुए हमले के दोषी अफजल गुरु के बारे में क्या सोचते हैं?” संसद हमले में भूमिका के लिए अफजल को वर्ष 2013 में नौ फरवरी को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी.
देशद्रोह के आरोप में 12 फरवरी को गिरफ्तार जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया को गुरुवार को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा किया गया. दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक दिन पहले ही उन्हें छह माह की अंतरिम जमानत दी थी.
जेएनयू परिसर में गत नौ फरवरी को आयोजित कार्यक्रम की निंदा करते हुए कन्हैया ने कहा, “विश्वविद्यालय में 9 फरवरी को जो हुआ, हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं. इसका फैसला अदालत को करना है कि वह राजद्रोह था या नहीं. हमें न्यायपालिका में पूरा भरोसा है.”
कन्हैया ने जोर देते हुए यह भी कहा कि जेएनयू के छात्र कभी भी राष्ट्र विरोधी नहीं हो सकते.
उन्होंने कहा, “मैं इस देश के लोगों से कहना चाहता हूं कि हम लोग जेएनयू में आप लोगों के कर से जो आर्थिक सहायता दी जाती है, उससे पढ़ते हैं. मैं इस देश के करदाताओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जेएनयू के छात्र कभी भी राष्ट्र-विरोधी नहीं हो सकते. जेएनयू में आपके कर के पैसे का इस्तेमाल किसी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को चलाने में नहीं हो रहा है.”
दलित शोध छात्र 26 वर्षीय रोहित वेमुला को 17 जनवरी को हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्रावास के कमरे में लटका पाया गया था. वेमुला शोध कर रहे उन पांच छात्रों में एक था जिन्हें पिछले साल अगस्त में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता पर हमले के बाद विश्वविद्यालय ने निलंबित कर दिया था. बाद में यह निलंबन वापस ले लिया गया था.