भारत से डर गये जनरल मुशर्रफ
कराची | समाचार डेस्क: अफगानिस्तान में भारत के बढ़ते प्रभाव से पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ डर गये हैं. मुशर्रफ को डर है कि अफगानिस्तान ने नाटो फौजे लौटने पर वहां पर भारत का प्रभाव बढ़ जायेगा. जाहिर है कि अफगानिस्तान, जो पाकिस्तान का पड़ोसी मुल्क है उसमें भारत के बढ़ते प्रभाव को एक पूर्व सेनाध्यक्ष अपने देश के लिये खतरे के रूप में देखता है. मुशर्रफ ने कहा, “अफगानिस्तान में भारतीय प्रभाव पाकिस्तान के लिए खतरा है.” मुशर्रफ का नजरिया पूरी तरह से सैन्य रणनीति के दृष्टिकोण से है जिसमें दुशमन के दुशमन को दोस्त माना जाता है. गौरतलब है कि परवेज मुशर्रफ को अफगानिस्तान के तालिबान से भी खतरा है. मुशर्रफ को डर है कि भारत, अफगानिस्तान को पाक विरोधी बना देगा.
उल्लेखनीय है कि मुशर्रफ कराची में अत्यंत कड़ी सुरक्षा में रहते हैं. उन पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के हत्या का मुकदमा चल रहा है. मुशर्रफ, अब तक बहानेबाजी करके तथा जोड़-तोड़ करके गिरफ्तार होने से बचे हुए हैं. मुशर्रफ को बेनजीर भुट्टो के हत्या के जुर्म में सजा हो सकती है. यह भी एक कारण है कि अपनी उपस्थिति को बनाये रखने के लिये पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपपति जनरल परवेज मुशर्रफ भारत का डर दिखा रहें हैं. उन्होंने कहा, “अगर भारतीय अफगानिस्तान में जातीय तत्वों का उपयोग कर रहे हैं, तो पाकिस्तान भी अपने समर्थन में जातीय तत्वों का इस्तेमाल करेगा और हमारे जातीय तत्व निश्चित रूप से पश्तून हैं.”
जनरल मुशर्रफ ने कहा, “इस तरह हम अफगानिस्तान में छद्म युद्ध छेड़ रहे हैं. इससे बचना चाहिए.”
ज्ञात्वय है कि परवेज मुशर्रफ ने करीब माह भर पहले बयान दिया था कि पाकिस्तान में हजारों मुसलमान भारत के कश्मीर में घुसपैठ करने को तैयार है. जिसकी भारत तथा अमरीका ने कड़ी आलोचना की थी. भारत में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके विदेश नीति के चलते दुनिया भर में भारत के प्रति समर्थन बढ़ा है इससे जनरल परवेज मुशर्रफ को डर है कि भारत, पाकिस्तान की नीतियों के लिये खतरा बनता जा रहा है. जाहिर है कि परवेज मुशर्रफ अफगानिस्तान को सामने करके भारत के खिलाफ माहौल बनाना चाहते हैं वस्तुतः परवेज मुशर्रफ भारत के बढ़ते प्रभाव से डरे हुए हैं.