मुशर्रफ को विदेश जाने से रोकने याचिका
इस्लामाबाद | समाचार डेस्क: पाकिस्तान की एक अदालत में शुक्रवार को एक अर्जी दायर कर पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को इलाज के लिए विदेश जाने पर रोक लगाने की मांग की गई है.
लाल मस्जिद शुहादा फाउंडेशन के एक प्रवक्ता के हवाले से डॉन ऑनलाइन ने कहा कि याची हारुन रशीद ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर गृह मंत्रालय को यह निर्देश देने की मांग की है कि मुशर्रफ के बेहतरीन इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और पूर्व राष्ट्रपति को विदेश जाने की अनुमति नहीं दी जाए.
हारुन रशीद इस्लामाबाद की लाल मस्जिद के पूर्व मौलवी गाजी अब्दुल राशिद के बेटे हैं. मुशर्रफ के राष्ट्रपति रहते वर्ष 2007 में हुई एक सुरक्षा कार्रवाई के दौरान गाजी मारे गए थे.
याचिका में यह भी कहा गया है कि पूर्व सैनिक तानाशाह के खिलाफ कई महत्वपूर्ण आपराधिक मामले लंबित हैं. इन मामलों में गाजी अब्दुल राशिद की हत्या से संबंधित मामला भी शामिल है.
याचिका में पाकिस्तान के गृह मंत्री, गृह सचिव, इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक और संयुक्त जांच दल के प्रमुख डीआईजी खालिद खटक को पक्षकार बनाए जाने की भी मांग की गई है.
यह याचिका उन रिपोर्टों को देख कर दायर की गई है जिसमें राजद्रोह के मुकदमे में पेशी के लिए जाते समय तबियत बिगड़ जाने के कारण गुरुवार को मुशर्रफ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. यह संभावना जाहिर की जा रही है कि उन्हें इलाज के लिए विदेश ले जाया जा सकता है.
राजद्रोह के मुकदमे की सुनवाई के लिए गठित विशेष अदालत में बुधवार को पेश नहीं होने के कारण न्यायालय ने सख्त लहजा अपनाया था. गुरुवार को मुशर्रफ को जिस समय अदालत में पेशी के लिए लाया जा रहा था उसी दौरान उन्होंने ‘हृदय संबंधी’ समस्या उत्पन्न होने की शिकायत की और उन्हें रावलपिंडी स्थित आर्म्ड फोर्सेस इंस्टीच्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया गया.
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि इलाज के लिए मुशर्रफ को विदेश ले जाने पर फैसला विचाराधीन है, लेकिन उनकी चिकित्सकीय रिपोर्ट सामने आने के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकेगा.
मुशर्रफ का नाम अभी भी उन लोगों की सूची में शामिल है जो सरकार की अनुमति के बगैर विदेश यात्रा पर नहीं जा सकते हैं. एक अदालत बहिर्गमन नियंत्रण सूची से नाम हटाने का अनुरोध ठुकरा चुकी है और इसके लिए उन्हें सरकार से संपर्क साधने की सलाह दी है.
मुशर्रफ के परिवार के सदस्य अस्पताल में बने हुए हैं और चिकित्सक उनके स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं.
पूर्व राष्ट्रपति के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता रजा बुखारी ने कहा कि वे चैतन्य हैं और उन्हें स्थान व समय का होश है.
तीन सदस्यीय विशेष अदालत के प्रमुख जस्टिस फैसल अरब ने गुरुवार को मामले की सुनवाई सोमवार तक के लिए स्थगित करते हुए कहा था कि मुशर्रफ की पेशी के बारे में अदालत अपना फैसला सुनाएगी.