मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में गड़बड़ियां
रतनपुर | उस्मान कुरैशी: मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की चौथी बार शादी की तिथी बदलने से नाराज जोड़ों के परिजनों ने आंगनबाड़ी कार्यकताओं को बंधक बना लिया. चार जोड़ों की शादी तय समय में ही कराने के अधिकारियों के आश्वासन के बाद उन्हे छोड़ा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला बाल विकास विभाग परियोजना कोटा द्वारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन 4 फरवरी को महामाया मंदिर रतनपुर में तय की थी. इसके बाद विवाह की तिथी बदल कर 15 फरवरी कर दिया.
नए विवाह तिथि की सूचना आगनबाड़ी कार्यकताओं के साथ शादी करने वाले जोड़ो के परिजनों को भी दे दी गई. बेलगहना क्षेत्र के 10 जोड़ों के परिजनों ने तय तिथी के हिसाब से शादी के कार्ड भी छपा लिये.
महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने इसके बाद 15 फरवरी की तिथी को एक दिन और बढ़ा के 16 कर दिया गया. इस एक दिन के बदलाव पर भी किसी ने आपत्ति नही की. हद तो तब हो गई जब तुगलकी फरमान जारी कर शादी की तिथी को अधिकारियों ने 26 फरवरी कर दिया.
जोडों के परिजनों ने रिश्तेदारों परिचितों को निमंत्रित कर शादी की शुरूआत भी कर दी थी . ऐसे में शादी की में फिर बदलाव किए जाने की सूचना लेकर पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा श्रीवास्तव व श्रीमती रामकली श्रीवास पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होने दोनों को बंधक बना लिया. काफी समझाईश व बेलगहना के चार जोड़ों का विवाह अधिकारियों द्वारा तय समय में किए जाने के बाद उन्हे छोड़ा गया.
गंगा नगर बेलगहना निवासी नीता राजपूत कहती है कि हमने महिला बाल विकास विभाग द्वारा तय तिथी के हिसाब से शादी के कार्ड छपाकर रिश्तेदारों को निमंत्रित भी कर दिया है. बुधवार को शादी की तेल हल्दी लगाने की रस्म भी घर में पूरी कर ली है. शाम को पता चल रहा है कि शादी फिर तारीख बदल दी गई है. वे गंभीर नाराजगी जताते शासन की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना पर सवाल खड़े करते इसे गरीबों के साथ क्रूर मजाक बताती है.
बेलगहना की ही गुंजा अपनी बेटी पिंकी की डोली सजानें की तैयारियों में जुटी थी. बुधवार की शाम उसे भी पता चला कि शादी तिथी फिर बदल गई है. उसने भी अधिकारियों की इस करतूत पर तीखा रोष जताया.
पूरे मामले में महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी पूनम वर्मा का कहना है कि आंगनबाड़ी कार्यकताओं को बंधक बनाने जैसी कोई घटना नही हुई है. 19 फरवरी को महिलाओं के कैंसर जांच का राश्ट्रीय कार्यक्रम है जिसमें हम सब की सहभागिता जरूरी है. वही रतनपुर में मेला की वजह से भी तारीख में बदलाव किए गए है. ग्रामीणों को समझाईश दी गई है. बेलगहना के चार जोड़ों का विवाह वहीं तय समय में किया जाएगा.