कलारचना

झारखंड, छत्तीसगढ़ मे MSG-2 बौन

रांची/रायपुर | मनोरंजन डेस्क: फिल्म ‘एमएसजी 2- द मैसेंजर’ को आदिवासी विरोधी टिप्पणी के कारण देश को दो आदिवासी बहुल राज्यों छत्तीसगढ़ तथा झारखंड में प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस फिल्म के एक डॉयलाग में आदिवासियों को शैतान कहकर संबोधित किया गया है. इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग छत्तीसगढ़ जनजाति आयोग के अध्यक्ष ने की थी. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म एक बार फिर विवादों में घिर गई है. पहले उन्होंने ‘एमएसजी : द मैसेंजर ऑफ गाड’ विवादों में घिरी और अब जनजातीय लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाने के मद्देनजर उनकी फिल्म ‘एमएसजी 2- द मैसेंजर’ पर झारखंड एवं छत्तीसगढ़ में प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह फिल्म शुक्रवार को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होनी थी. इसमें जनजातीय लोगों एवं जंगल में रहने वालों के खिलाफ कुछ अप्रिय टिप्पणी की गई है.

झारखंड में शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “18 सितम्बर को प्रदर्शित हुई फिल्म में कुछ असंसदीय टिप्पणियां हैं, जो असंवैधानिक हैं. ये जनजातीय समुदाय के लोगों की भावनाएं आहत करती हैं.”

बयान में कहा गया है, “मुख्यमंत्री रघुबर दास को फिल्म के बारे में इस तरह की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को इस पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए.”

झारखंड में जनजातीय समुदाय की आबादी लगभग 27 प्रतिशत है और रघुबर दास गैर-जनजातीय समुदाय से राज्य के पहले मुख्यमंत्री हैं.

अधिकारियों के अनुसार, फिल्म में जनजातीय समुदाय के लोगों और जंगलों में रहने वालों के बारे में असंसदीय टिप्पणी की गई है.

उधर छत्तीसगढ़ में भी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाई गई है. जनसंपर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक स्वराज दास ने कहा, “मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि जनजातीय लोगों को किसी भी कीमत पर अपमानित नहीं करने दिया जाएगा. हम उनके सम्मान की रक्षा करेंगे. इसीलिए इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने दिया जाएगा.”

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