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टाइमकीपर के पास मिले 12 करोड़

इंदौर | एजेंसी: मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकायुक्त की छापेमारी के दौरान हजारों रुपये की पगार पाने वाले लोकनिर्माण विभाग के तृतीय श्रेणी कर्मचारी समयपाल (टाइम कीपर) के करोड़पति होने का खुलासा हुआ है. उसके 14 मकान और 20 एकड़ जमीन है. टाइम कीपर की कुल संपत्ति 12 करोड़ रुपये की है.

लोकायुक्त पुलिस के दल ने शुक्रवार की सुबह समयपाल गुरु कृपाल सिंह के तिलकनगर स्थित आवास पर दबिश दी. सिंह के आवास से 12 लाख रुपये नकदी के अलावा 30 लाख रुपये से ज्यादा की जमानिधि मिली है. इसके साथ ही सिंह के 14 स्थानों पर मकान होने और 11 स्थानों को मिलाकर कुल 20 एकड़ कृषि जमीन होने के दस्तावेज भी मिले हैं.

लोकायुक्त अधिकारी के अनुसार, भ्रष्टाचार में संलिप्ता की पुष्टि होने के बाद सिंह के यहां छापेमारी की गई, जिसमें हथियार, सोने-चांदी के जेवरात के अलावा वाहन और विदेशी शराब भी मिली है. कुल संपत्ति का आकलन किया जाए तो वह लगभग 12 करोड़ रुपये की है. सिंह का एक बैंक में लॉकर है, जिसे लोकायुक्त खोलेंगे.

पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सिंह की कुल अचल संपत्ति 10 करोड़ रुपये की है. वहीं बैंक में जमा राशि 35 लाख रुपये और सावधि जमा साढ़े 12 लाख रुपये व बीमा पॉलिसी 31 लाख रुपये की है.

लोकायुक्त के अनुसार, सिंह की भर्ती चौकीदार के पद पर हुई थी और अब टाइम कीपर के पद पर है. यह तृतीय श्रेणी का पद है. आरोपी के आधिपत्य में अभी तक लगभग 12 करोड़ रुपये की संपत्ति होना पाई गई है. आरोपी का कार्यकाल 28 वर्ष का है. वर्तमान में उसे लगभग 22 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन प्राप्त होता है.

उन्होंने बताया कि आरोपी के निवास से विदेशी शराब की 22 बोतल भी बरामद की गई हैं. जब्त शराब के संबंध में आबकारी विभाग द्वारा अलग से मामला दर्ज किया गया है.

वहीं, टाइम कीपर सिंह का कहना है कि उसके पास जो संपत्ति है वह पैतृक है. उसके पिता सेना में कैप्टन थे और पत्नी केबल चलाती है. उनके नाम पर सिर्फ एक ही मकान है. बाकी जो कुछ भी संपत्ति है, वह बैंक से कर्ज लेकर खरीदी गई है.

बताया गया है कि सुबह जब लोकायुक्त का दल गुरु कृपाल के घर पहुंचा तो उसने दरवाजा नहीं खोला. इस पर लोकायुक्त को दरवाजा खुलवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी.

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