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मदर टेरेसा को मिलेगा संत का दर्जा

वेटिकन सिटी | समाचार डेस्क: भारत की मदर टेरेसा को चार सितंबर को संत की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा. पोप फ्रांसिस ने मंगलवार को कार्डिनल परिषद में यह घोषणा की. कैथलिक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पोप फ्रांसिस ने कहा कि महीनों से लगाए जा रहे पूर्वानुमान के बाद अब तय हो गया है कि मदर टेरेसा को चार सितंबर को संत की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा.

पोप फ्रांसिस ने दिसंबर में ही इस बात को स्पष्ट कर दिया था कि मदर टेरेसा को संत की उपाधि दी जाएगी. मदर टेरेसा का 87 वर्ष की आयु में 1997 में निधन हो गया था.

वेटिकन पैनल ने संत की उपाधि के लिए जिन पांच उम्मीदवारों के नाम पर गौर किया, उनमें मदर टेरेसा का नाम सबसे ऊपर था.

समाचार पत्र ‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि समारोह के लिए पोप कोलकाता की यात्रा करेंगे या इसका आयोजन रोम में ही किया जाएगा. भारत का कैथलिक चर्च चाहता है कि पोप कोलकाता आकर मदर को संत की उपाधि दें. लेकिन, वेटिकन सूत्रों का कहना है कि संभावना इसी बात की है कि समारोह रोम में होगा.

मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त, 1910 को एग्नेस गोंगश्हा के रूप में मेसिडोनिया के स्कोपजे में हुआ था. 17 साल की आयु में सिस्टर लोरेटो के साथ काम शुरू करने के बाद वह कलकत्ता गईं, जहां बाद में उन्हें तपेदिक की बीमारी हो गई. आराम के लिए उन्हें दार्जिलिंग भेज दिया गया.

दार्जिलिंग के रास्ते में उन्होंने महसूस किया कि उन्हें कॉन्वेंट छोड़कर गरीबों के बीच रहना चाहिए. इसे उन्होंने ईश्वर का आदेश माना.

अपना कॉन्वेंट छोड़ने के बाद मदर टेरेसा ने झुग्गियों में लोगों की सेवा की, गरीब बच्चों को पढ़ाया और गरीबों का उनके घरों में इलाज किया.

पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाली मदर टेरेसा को शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

उनका 5 सितंबर, 1997 को निधन हो गया.

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