मोदी का स्वागत शी के गृह राज्य में
बीजिंग | समाचार डेस्क: भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के गृह राज्य शियान में होगा. यह पहला मौका है जब कोई चीनी नेता किसी विदेशी राजनेता से बीजिंग के बाहर मिलेगा. उल्लेखनीय है कि अपनी भारत यात्रा के समय भी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मोदी से उनके गृह राज्य गुजरात में सबसे पहले मिले थे. भारतीय प्रधानमंत्री बुधवार देर रात चीन के लिये रवाना हो गये थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने चीनी सोशल नेटवर्किंग साइट वीबो के अपने प्रसंसकों से कहा है कि शी जिनपिंग ने मुढे अपने गृह राज्य में आने का निमंत्रण दिया है.
शियान चीन तथा भारत के सांस्कृतिक मेल का सबूत है जहां पर चीनी यात्री शूनजेंग ने 17 भारतीय बौद्ध धर्मों का चीनी भाषा में अनुवाद किया था. प्रधानमंत्री मोदी उस चीनी बौद्ध मंदिर को देखने जायेंगे.
जाहिर है कि चीन, भारत के साथ आपसी सहयोग को बढ़ाने के लिये पुराने सांस्कृतिक संबंधों को फिर से याद दिलाना चाहता है. इसी के साथ इससे प्रतीत होता है कि दोनों नेता, शी तथा मोदी अपने व्यक्तिगत संबंधों को भी बढ़ाना चाहते हैं.
अपनी चीनी यात्रा के अंतिम दिन भारत के प्रधानमंत्री मोदी चीनी शहर शंघाई में चीनी व्यापारियों से भई मिलेंगे. उनकी पूरी कोशिश होगी कि ‘मेक इन इंडिया’ के लिये चीनी व्यापारियों को आकर्षित किया जाये. इसके माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी चीनी निवेश को आमंत्रित करना चाहते हैं.
वहीं, चीन की कोशिश है कि भारत को अणरीका की ओर बढ़ने से रोका जाये. उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के इस कथन से आसा बंदी है कि 21वीं सदी एशिया की होगी.
चीन सरकार की आधिकारिक समाचार पत्र पीपुल्स चाइना डेली ने बुधवार को चीन के साथ भारत के नेहरु कालीन अतीत को याद किया है.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के शहर शीयान में स्थित टेराकोटा वॉरिअर्स म्यूजियम का दौरा किया. संग्रहालय में चीन के पहले सम्राट किन शी हुआंग की सेना को दर्शाती टेराकोटा की कई आकर्षक प्रतिमाएं हैं. यहां सैनिकों की 8,000 से अधिक आदमकद प्रतिमाएं हैं.
मोदी ने सफेद कुर्ता-चूड़ीदार पहन रखा था और कंधे पर रंगीन शाल ले रखा था. वह संग्रहालय के विभिन्न हिस्सों में गए और उन्होंने गाइड की बात ध्यानपूर्वक सुनी.