दलगत राजनीति से ऊपर थे मनमोहन सिंह-मोदी
नई दिल्ली | डेस्क: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा है कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उन्होंने हमेशा हर दल के व्यक्ति से सहज रिश्ता रखा, सबके लिए उपलब्ध रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक शोक संदेश में कहा, “उनका जाना राष्ट्र के रूप में हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है. विभाजन के उस दौर में बहुत कुछ खोकर भारत आना और यहां जीवन के हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करना सामान्य बात नहीं है.”
नरेंद्र मोदी ने कहा- “अभावों और संघर्षों से ऊपर उठकर कैसे उंचाइयों को हासिल किया जा सकता है, उनका जीवन ये सीख भावी पीढ़ी को देता रहेगा. एक नेक इंसान के रूप में, एक विद्वान अर्थशास्त्री के रूप में और सुधारों के प्रति समर्पित नेता के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.एक अर्थशास्त्री के रूप मे उन्होंने अलग अलग स्तर पर भारत सरकार में अनेक सेवाएं दीं. एक चुनौतीपूर्ण समय में रिज़र्व बैंक के गवर्नर के रूप में भूमिका निभाई.”
प्रधानमंत्री ने कहा-“पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने वित्तीय संकट से घिरे देश को एक नई अर्थव्यवस्था के मार्ग पर प्रशस्त किया. प्रधानमंत्री के रूप में देश के विकास में और प्रगति में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा.”
पीएम मोदी ने कहा, “सांसद के रूप में डॉ. साहब की निष्ठा सभी के लिए प्रेरणा है. सत्र के समय अहम मौकों पर वो व्हील चेयर पर बैठकर आते थे.”
नरेंद्र मोदी ने कहा कि “दुनिया के प्रतिष्ठित संस्थानों की शिक्षा लेने और सरकार के अनेक शीर्ष पदों पर रहने के बाद भी वो अपनी सामान्य पृष्ठभूमि के मूल्यों को कभी भी नहीं भूले. दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उन्होंने हमेशा हर दल के व्यक्ति से सहज रिश्ता रखा, सबके लिए उपलब्ध रहे. जब मैं मुख्यमंत्री था, तब उनसे राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अनेक विषयों पर खुले मन से चर्चा होती थी. आज इस कठिन घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. मैं डॉ. मनमोहन सिंह जी को सभी देशवासियों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.”
सोनिया ने कहा-मार्गदर्शक और दोस्त थे मेरे
कांग्रेस की राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर एक संदेश जारी किया है और इसे अपनी निजी क्षति बताया है. मनमोहन सिंह जिस समय प्रधानमंत्री थे, उस समय सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष थीं.
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संदेश में लिखा है, “डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन से हमने एक ऐसे नेता को खो दिया है जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे. जिन्होंने पूरे दिलोदिमाग से हमारे देश की सेवा की. कांग्रेस पार्टी के लिए प्रिय और उज्ज्वल मार्गदर्शक. उनकी दूरदृष्टि ने लाखों भारतीयों के जीवन को बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया.”
सोनिया गांधी ने लिखा है कि भारत के लोग मनमोहन सिंह के साफ़ दिल और दिमाग की वजह से उनसे प्यार करते थे. उनकी सलाह और विचारों को हमारे देश के राजनीतिक फलक में अहमियत दी जाती थी और उनका बहुत सम्मान था. दुनियाभर के नेता और विद्वान उनका सम्मान और प्रशंसा करते थे. मनमोहन सिंह ने जो भी ऊंचा पद संभाला, उसमें खास छाप छोड़ी. उन्होंने भारत को गौरव और सम्मान दिलाया.
उन्होंने लिखा-“मेरे लिए डॉक्टर मनमोहन सिंह का निधन निजी क्षति है. वह मेरे दोस्त और मार्गदर्शक थे. उनका व्यवहार बेहद सौम्य था लेकिन वह अपनी मान्यताओं के प्रति उतने ही दृढ़ थे. सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए उनकी प्रतिबद्धता गहरी और अटूट थी. कोई उनके साथ कुछ समय बिताने पर ही उनके ज्ञान और बुद्धिमता, ईमानदारी और निष्ठा से प्रभावित हो जाता था.”
सोनिया गांधी ने लिखा, “उन्होंने हमारे देश में ऐसा खालीपन छोड़ा है, जिसे कभी भरा नहीं जा सकता. कांग्रेस पार्टी में हम और भारत के लोग हमेशा इस बात पर गर्व करेंगे और आभारी रहेंगे कि हमारे पास डॉक्टर मनमोहन सिंह जैसे नेता थे, जिनका भारत की प्रगति और विकास में योगदान अतुलनीय है.”