मनरेगा नाकामी का सबूत: मोदी
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने मनरेगा को यूपीए का नाकामी का स्मारक करार दिया है. इसी के साथ उन्होंने आस्वस्त किया है कि मनरेगा को बंद नहीं किया जायेगा. नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आश्वस्त किया कि वह मनरेगा को बंद नहीं करेंगे, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की नाकामी का जीता जागता सबूत है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, “कभी-कभी लोग पूछते हैं कि क्या आप मनरेगा बंद करेंगे.”
उन्होंने कहा, “आपको इस बात से सहमत होना पड़ेगा कि मेरी राजनीतिक सूझबूझ वाकई में अच्छी है. मैं मनरेगा के साथ कुछ नहीं करूंगा, क्योंकि यह आपकी विफलता का जीता जागता उदाहरण है.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं इसका जोर शोर से ढोल पीटता रहूंगा.”
उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम योजना साल 2005 में संप्रग सरकार द्वारा शुरू की गई थी, जो ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गरीबों को न्यूनतम 100 दिनों का रोजगार प्रदान करती है.