बस्तर बदल रहा है-मोदी
बीजापुर | संवाददाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि माओवादी हिंसा से ग्रस्त बस्तर बदल रहा है.उन्होंने बस्तर से एक नई विकास की इबारत दर्ज करने की भी बात की. प्रधानमंत्री आज छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे.
प्रधानमंत्री ने अम्बेडकर जयंती के अवसर पर आज केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य कार्यक्रम-आयुष्मान भारत के लांच के अवसर पर स्वास्थ्य कल्याण केंद्र का उद्घाटन किया. इस केंद्र का उद्घाटन छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिले बीजापुर में जांगला विकास हब में किया गया.
बाद में एक सभा को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को याद करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि एक गरीब मां का बेटा, अति पिछड़े समाज से आने वाला ये आपका साथी अगर आज देश का प्रधानमंत्री भी है तो ये भी बाबा साहेब की ही देन है. साथियों मेरे जैसे लाखों-करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं को, उनकी उम्मीदों को, उनके aspirations को, अभिलाषा को जगाने में बाबा साहेब का बहुत बड़ा योगदान था.
आज के आयोजन के लिये बीजापुर को चुनने के पीछे अपने बचपन का किस्सा साझा करने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आज इसलिए बीजापुर आया हूं ताकि आपको बता सकूं, आपको भरोसा दिला सकूं कि आप जो पीछे थे, जिनके नाम के साथ पिछड़ा जिला होने का लेबल लगा दिया गया है, उनमें अब नए सिरे से, नई सोच के साथ, बड़े पैमाने पर काम होने जा रहा है. और मैं बीजापुर को एक और भी बधाई देना चाहता हूं कि मैंने जनवरी में ये सौ-सवा सौ डिस्ट्रिक के लोगों को बुलाया था और उनको मैंने कहा था कि आज जहां है, अगर तीन महीने में जो तेज गति से आगे बढ़ेगा, मैं 14 अप्रैल को उस जिले में आऊंगा. मैं बीजापुर जिले के अधिकारियों की पूरी टीम को हृदय से बधाई देता हूं, उन्होंने तीन महीने में ये जो सौ से अधिक पीछे थे, उसमें सुधरने में नंबर एक कर दिया और एक प्रकार से उन्होंने जो करके दिखाया है उसे मैं सलाम करने आया हूं, उसे मैं नमन करने आया हूं और यहां से देख करके एक नई प्रेरणा भी लेने आया हूं ताकि देश के उन 115 जिलों को पता चले कि अगर बीजापुर 100 दिन में इतनी प्रगति कर सकता है तो 115 जिले भी आने वाले महीनों में बहुत तेज गति से प्रगति कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं इन 115 aspirational डिस्ट्रिक को सिर्फ अभिलाषी नहीं, सिर्फ आकांक्षी नहीं, महत्वाकांक्षी जिले कहना चाहता हूं. अब ये जिले आश्रित नहीं, पिछड़े नहीं रहेंगे. ये परिणाम, पराक्रम और परिवर्तन के नए मॉडल बन करके उभरेंगे, इस विश्वास के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां आने से पहले हमारी सरकार ने बीजापुर समेत 100 से ज्यादा जिलों का अध्ययन करवाया है और कुछ कार्यों को शुरू करके उसके नतीजों को परखा है. तीन महीने का हमारा अनुभव कहता है अगर जिले के सभी लोग, जिले का प्रशासन, जिले के जन-प्रतिनिधि, हर गली-मोहल्ला-गांव अगर इसी अभियान में साथ आ जाए; एक जनआंदोलन की तरह सब इसमें योगदान करें तो वो काम हो सकता है जो पिछले 70 साल में भी आजादी के बाद नहीं हुआ था, वो आज हो सकता है.
उन्होंने कहा कि ‘आयुष्मान भारत’ इस योजना के पहले चरण को आज 14 अप्रैल, आम्बेडकर जी की जयंती के दिन इसी धरती से, छत्तीसगढ़ की धरती से, बीजापुर डिस्ट्रिक की धरती से, आज उसका प्रारंभ किया जा रहा है. उसके पहले चरण का प्रारंभ हुआ है. और पहले चरण में देश के प्राथमिक स्वास्थ्य से जुड़े विषयों में बड़े बदलाव लाने का प्रयास किया जाएगा. इसके तहत देश की हर बड़ी पंचायत में यानी लगभग डेढ़ लाख जगह पर, हिन्दुस्तान के डेढ़ लाख गांवों में sub-centre और primary health centers को Health and Wellness Centres के रूप में विकसित किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य इस काम को 2022 तक पूरा करने का है. आप कल्पना कर सकते हैं कितना बड़ा काम सिर पर लिया है. यानी जब देश आजादी के 75 साल का पर्व मना रहा होगा, तब तक देशभर में Health and Wellness Centre का एक जाल बिछा जा चुका होगा. इसमें भी उन 115 जिलों को प्राथमिकता दी जाएगी जो अभी विकास की रेस में ओरों से थोड़ा पीछे हैं.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि बस्तर अब रेल के माध्यम से रायपुर से जुड़ रहा है. आज एक रेल सेक्शन का काम शुरू किया गया है. दो वर्ष के भीतर ये जगदलपुर तक पहुंच जाएगा. इस साल के अंत तक जगदलपुर में एक नया स्टील प्लांट भी काम करने लगेगा. इससे बस्तर के भी युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे. उन्होंने कहा कि जगदलपुर में नया एयरपोर्ट भी तैयार हो रहा है और ये अगले कुछ महीनों में काम भी शुरू कर देगा. हवाई जहाज से connectivity इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाएगी.
प्रधानमंत्री ने बदलाव की बात करते हुये कहा कि बस्तर बदल रहा है. बीते दशकों में बस्तर के साथ जिस प्रकार की पहचान जोड़ दी गई थी, वो भी बदल रही है. भविष्य में बस्तर की नई पहचान एक economic hub के तौर पर होने वाली है, पर्यटन के बड़े केंद्र के तौर पर होने वाली है. ट्रांसपोर्ट के एक बड़े केंद्र के तौर पर होने वाली है. यहां से रायपुर ही नहीं, हैदराबाद, नागपुर और विशाखापट्टनम तक connectivity हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया के साथ-साथ न्यू बस्तर यहां के लाखों लोगों की जिंदगी को आसान बनाएगा. दसों दशकों से उनके जीवन में जो अंधेरा था, उस अंधेरे से उन्हें बाहर निकालेगा. नया बस्तर, नई उम्मीदों का बस्तर होगा, नई आकांक्षाओं का बस्तर होगा, नई अभिलाषा का बस्तर होगा. अब ये कहा जा सकता है कि सूरज भले ही पूरब से निकलता हो लेकिन वो दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ में विकास का सूरज दक्षिण से उगेगा, बस्तर से उगेगा. इन क्षेत्रों में उजाला रहेगा तो पूरा प्रदेश प्रकाशमय रहेगा. यहां खुशहाली होगी तो पूरा प्रदेश खुशहाल होगा.
उन्होंने 1700 करोड़ की लागत से सड़को के शिलान्यास का उल्लेख करते हुये कहा कि बस्तर और सरगुजा जैसे विशाल आदिवासी अंचलों को हवाई सुविधा से जोड़ने के लिए हवाई अड्डों का भी विकास किया जा रहा है. भविष्य में इन क्षेत्रों को भी उड़ान योजना से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा.
माओवादी हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आम्बेडकर ने हमें संविधान दिया है, आपके हकों की रक्षा का पूरा ख्याल बाबा साहेब आम्बेडकर के संविधान में है. आपके हकों की चिंता करना सरकार का दायित्व है. आपको शस्त्र उठाने की जरूरत नहीं है, जिंदगी तबाह करने की जरूरत नहीं है. और मैं उन माताओं-पिताओं को कहना चाहता हूं कि आपके बच्चे, आपकी कुछ बेटियां इस राह पर चल पड़ी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि माओवादियों के मुखिया कौन हैं. उनका एक भी मुखिया आपके इलाके का नहीं है, आपके बीच में पैदा नहीं हुआ है, वो कहीं बाहर से आए हैं. और वे मरते नहीं हैं, वो जंगलों में छिप करके सुरक्षित रहते हैं और आपके बच्चों को आगे कर-करके उनको मरवा रहे हैं. क्या ऐसे लोगों के पीछे आप अपने बच्चों को बर्बाद करेंगे? ये आपके राज्य से भी नहीं आते, ये बाहर से आते हैं. उनके सरनेम देखोगे, उनके नाम पढ़ोगे तो पता चलेगा कि वो कौन हैं और कहां से आए हैं. क्यों अपने बच्चों को मारने का अधिकार उनके हाथ में दे दिया जाए?
आज के आयोजन में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनकी मंत्रीमंडल के कई सदस्य, सांसद, विधायक उपस्थित थे.