इस्पात उत्पादन में चीन से होड़: मोदी
भुवनेश्वर | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी भारत को इस्पात उत्पादन में सिरमौर बनाना चाहते हैं. भारत ने इस क्षेत्र में पहले ही अमरीका को पछाड़ दिया है अब प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि ‘मेक इन इंडिया’ के माध्यम से हम चीन से भी आगे निकल जायें. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी का ‘मेक इन इंडिया’ भारत को उत्पादन क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी बनाना चाहता है. नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत इस्पात उत्पादन में अमरीका को पीछे छोड़ चुका है और देश को अब चीन से प्रतियोगिता करनी है, जो काफी आगे है. मोदी ने ओडिशा के राउरकेला में राउरकेला इस्तात संयंत्र की विस्तारित और आधुनिकीकृत इकाई का उद्घाटन करने के बाद कहा, “भारत इस्पात उत्पादन में अमरीका से आगे निकल गया है. हम हालांकि चीन से अब भी पीछे हैं और जब हम मेक इन इंडिया की बात करते हैं, तो मैं किसी से भी पीछे रहना नहीं चाहूंगा. हमें उत्पादन बढ़ाना होगा.”
12 हजार करोड़ रुपये की परियोजना से संयंत्र की क्षमता 20 लाख टन प्रति वर्ष से बढ़कर 45 लाख टन प्रति वर्ष हो गई है.
मोदी ने कहा कि भारत अपनी युवा शक्ति के बल पर आगे बढ़ सकता है, जो हमारी आबादी का 65 फीसदी है.
उन्होंने कहा कि यदि युवाओं को रोजगार मिल जाता है और उनका समुचित कौशल विकास होता है, तो अगले 10 साल में भारत समृद्ध हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि खनिज संसाधनों का उपयोग आम लोगों और उद्योग के विकास में होना चाहिए. उन्होंने कहा कि खनिजों का दूसरे देशों के साथ व्यापार करने से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो सकती है, लेकिन इससे भारत का भविष्य नहीं बनेगा.
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया आज भारत में निवेश करने को आतुर है, जबकि पिछले दशक में ऐसी स्थिति नहीं थी.
मोदी ने कहा, “हम पूरी दुनिया को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित करना चाहते हैं और भरोसा दिलाते हैं कि उन्हें दूसरी जगहों से अधिक लाभ मिलेगा.”
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विस्तारित और आधुनिकीकृत राउरकेला इस्पात संयंत्र का उद्घाटन किया. मोदी आरएसपी के प्लेट मिल भी गए और संयंत्र के अधिकारियों द्वारा किए गए विकास कार्यो पर चर्चा की.