मोदी के इलाके में बिजली गुल
वाराणसी | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय इलाका बिजली संकट से गुजर रहा है. उत्तरप्रदेश में बिजली की हालत तो खराब है ही, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इलाके में भी लोग बिजली से परेशान हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के बाद भी वाराणसी को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। दिनोंदिन बढ़ रही बिजली की किल्लत पर विद्युत विभाग को कई पत्र लिखे गए, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं है।
बिजली की खराब हालत को देखते हुये वाराणसी शहर दक्षिणी के विधायक श्यामदेव राय चौधरी ‘दादा’ मंगलवार को अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि वह तब तक अनशन पर बैठे रहेंगे, जब तक वाराणसी की बिजली आपूर्ति की समस्या का निराकरण नहीं होगा। भाजपा विधायक चौधरी का कहना है कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं उत्तर प्रदेश पावर कापोर्रेशन लिमिटेड, लखनऊ के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर वाराणसी में हो रही भयंकर विद्युत कटौती के बारे में अवगत करा चुके हैं। इसके बावजूद वाराणसी में विद्युत आपूर्ति की स्थिति बहुत ही खराब हो गई है।
चौधरी का कहना है कि नियमित, अनियमित कटौती तथा कई-कई बार ब्रेक डाउन शट डाउन लेने के चलते कई घंटे विद्युत आपूर्ति से वंचित होना पड़ रहा है। मात्र 13-14 घंटे ही विद्युत आपूर्ति हो पा रही है। इस भीषण गर्मी में ट्यूबवेलों के न चलने से भी जलापूर्ति के लिए भी हाहाकार मचा हुआ है। चौधरी कहते हैं कि वाराणसी प्रधानमंत्री का भी संसदीय क्षेत्र होने के कारण प्रदेश सरकार को एक स्वस्थ्र लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अंतर्गत विद्युत कटौती से मुक्त करने के लिए निर्देश देना उचित होगा जैसे कि प्रदेश के कई जिले विद्युत कटौती से मुक्त रखे गए हैं।
इस बारे में विधायक चौधरी ने कहा कि स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मर्यादा प्रदान करते हुए वाराणसी एक अति महत्वपूर्ण नगर तथा प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद अन्य जिलों की भांति निर्बाध विद्युत आपूर्ति न किए जाने के कारण अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठने के लिए बाध्य होना पड़ा है. यह देखना दिलचस्प होगा कि नरेंद्र मोदी की कमान संभालने के बाद इस दिशा में वे क्या खास क़दम उठा पाते हैं.