हथकरघा को लोकप्रिय बनाये: मोदी
चेन्नई | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने फिल्मी सितारों से हथकरघा सेक्टर को बढ़ावा देने के लिये आग्रह किया है. मोदी ने शुक्रवार को कहा, “अगर फिल्म कलाकार उनकी पांच में से एक फिल्म में हथकरघा और हस्तशिल्प निर्मित उत्पादों के प्रयोग का निर्णय ले लें, तो वे फिल्में अपने आप ज्यादा दर्शकों को आकर्षित करेंगी.”
उन्होंने कहा कि फिल्मोद्योग की फैशन को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका है.
वह यहां मद्रास विश्वविद्यालय में प्रथम हथकरघा दिवस और भारतीय हथकरघा ब्रांड के लांच के लिए उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि आज के युवा ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं और हथकरघा निर्मित उत्पाद भी ऑनलाइन उपलब्ध होने चाहिए.
मोदी ने कहा कि गांधी जयंती पर उनके द्वारा कम से कम एक खादी उत्पाद का प्रयोग करने की अपील करने के बाद खादी उत्पादों की बिक्री में 60 फीसदी का इजाफा हुआ है.
ऐसा ही नजरिया हथकरघा निर्मित उत्पादों के प्रति भी अपनाया जाना चाहिए.
मोदी ने कहा कि हथकरघा का इस्तेमाल पर्दो, कपड़ों, चादरों, पायदानों और अन्य चीजों के लिए किया जा सकता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुल कपड़ा बाजार में हथकरघा निर्मित कपड़ों का हिस्सा 15 फीसदी है और अगर यह बढ़कर 20 फीसदी हो जाए, तो इस सेक्टर के कुल कारोबार में 33 फीसदी की बढ़ोतरी होगी.
राष्ट्रीय हथकरघा दिवस अब हर साल सात अगस्त को मनाया जाएगा.
1905 में इसी दिन भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ब्रिटिश उत्पाद का बहिष्कार शुरू हुआ था.
राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस हैंडलूम उद्योग के महत्व के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए किया जाता है, जो कि भारत की समृद्ध संस्कृति और धरोहर का हिस्सा है.
43 लाख से अधिक लोग हैंडलूम बुनने तथा इससे संबंधित गतिविधियों में शामिल हैं.
यह उद्योग ग्रामीण जनसंख्या विशेषकर महिलाओं तथा बीपीएल परिवारों के लिए आजीविका का साधन है.
मोदी ने कहा कि डिजाइन तथा उत्पादन में नवाचार हैंडलूम क्षेत्र में भी लाया जाना चाहिए.
नए डिजाइन तथा मार्केटिंग पर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि कपड़ा मंत्रालय को डिजाइन तथा मार्केटिंग संबंधी प्रतियोगिता आयोजित करनी चाहिए.
मोदी सरकार ने उनकी सरकार की तरफ से किए गए सामाजिक सुरक्षा उपाय का जिक्र करते हुए कहा कि मुद्रा (माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी) बैंक माइक्रो, लघु तथा मध्यम उद्यम की जरूरत के लिए शुरू किया गया है.
राष्ट्रीय हथकरघा दिवस अब हर साल सात अगस्त को मनाया जाएगा.
मोदी दिन की शुरुआत में नई दिल्ली से एक विशेष विमान में यहां पहुंचे. यहां हवाईअड्डे पर तमिलनाडु के राज्यपाल के. रोसैया, मुख्यमंत्री जे. जयललिता और उनके कैबिनेट सहयोगियों ने उनका स्वागत किया.
मोदी मद्रास यूनिवर्सिटी सेंटनेरी ऑडिटोरियम भी गए.