मंत्री ने कहा पनामा में कर चोरी अपराध नहीं
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: भारत दौरे पर आई पनामा की एक मंत्री ने चौकाने वाली जानकारी साझा की है. उन्होंने कहा कि उनके देश पनामा में कर चोरी करना अपराध की श्रेणी में नहीं आता है. जाहिर है कि जिस देश में कर चोरी अपराध नहीं है वहां से दुनियाभर में कर चोरी करना एक संगठित कार्य बन गया है. कम से कम हाल ही में हुये पनामा लीक से तो यही जाहिर होता है. यह दिगर बात है कि पानामा के लोग 35 फीसदी कर देते हैं.
भारत दौरे पर आईं पनामा की बहुपक्षीय मामलों एवं सहयोग की उपमंत्री मारिया लुइसा नावारे ने सोमवार को कहा कि पनामा सरकार भारत के साथ सहयोग करने को इच्छुक है और भारत जो सूचना मांगेगा, उसे मुहैया कराएगी. उन्होंने यह भी कहा कि पनामा में कर चोरी अपराध नहीं है.
मारिया ने यहां एक बातचीत में कहा, मीडिया में पनामा पेपर्स का जो खुलासा हुआ, वे कागजात वास्तव में एक कानूनी फर्म से चुराए हुए थे. वह कंपनी 22 देशों में अपना काम करती है.
नावारे ने कहा, “हम लोग नकारात्मक छवि से प्रभावित हुए. लेकिन हमलोगों ने मुश्किल स्थिति को अपनी स्थिति को बताने के लिए एक अवसर में बदलने की कोशिश की.”
उन्होंने कहा कि उनके देश ने पिछले दो दशक में वित्तीय सेवा को पारदर्शी बनाने के लिए 16 कानूनी उपाय किए हैं.
नावारे यहां मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगी. उन्होंने कहा, हमारे देश में कर वंचना अपराध नहीं है, और भी कई देशों में यही प्रचलन है.
हालांकि उन्होंने कहा कि पनामा के नागरिक और विदेशी जो वहां रहते हैं और व्यापार करते हैं, वे 35 फीसदी तक कर देते हैं.