मिड डे मील: अब तक 21 की मौत
पटना | एजेंसी : बिहार के एक सरकारी विद्यालय में मंगलवार को मध्याह्न् भोजन खाने के बाद से अब तक मृतकों की संख्या 21 हो चुकी है. जबकि 26 बच्चों का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. इधर, सुबह से ही पीड़ित बच्चों से मिलने और उनका हालचाल जानने के लिए बड़े नेता और अधिकारी अस्पताल पहुंचने लगे हैं. शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव अमरजीत सिन्हा ने बुधवार को बताया कि सभी मृतक बच्चे पहली से पांचवीं वर्ग में पढ़ने वाले 10 वर्ष तक की उम्र के बताए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 16 बच्चों की मौत छपरा में हो गई थी, जबकि चार अन्य बच्चों की मौत रात में पीएमसीएच में हो गई. बुधवार सुबह एक बच्चे ने दम तोड़ दिया.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी और मानव संसाधन विभाग के अतिरिक्त सचिव अमरजीत सिन्हा ने पीएमसीएच पहुंचकर पीड़ित बच्चों का हाल चाल जाना और चिकित्सकों को उचित निर्देश दिए.
इधर, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद, पटना के कुम्हरार के विधायक अरुण कुमार सिन्हा, पूर्व पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राजीव प्रताप रूड़ी ने भी पीएमसीएच पहुंचकर बच्चों का हालचाल लिया.
पीएमसीएच प्रशासन ने दावा किया है कि वर्तमान समय में भर्ती 23 बच्चों की हालत सामान्य बनी हुई है, जबकि तीन बच्चों की स्थिति चिन्ताजनक बनी हुई है. इन पीड़ित बच्चों में विद्यालय की महिला रसोइया मंजु देवी के दो पुत्र अभिषेक और आदित्य भी शामिल हैं.
बिहार के सारण जिले के मशरक प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय धरमसती, डंडामन में मंगलवार को मध्याह्न् भोजन खाने के कारण बच्चे बीमार हो गए थे. इनमें से अब तक 21 बच्चों की मौत हो चुकी है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए पूरे मामले की जांच प्रमंडीलय आयुक्त और प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक से कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.