J&K महबूबा बनेगी मुख्यमंत्री
श्रीनगर | समाचार डेस्क: करीब दो माह बाद जम्मू-कश्मीर को उसका मुख्यमंत्री फिर से मिलने जा रहा है वह भी एक महिला के रूप में. महबूबा मुफ्ती गुरुवार को सर्वसम्मिति से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की विधायक दल की नेता चुनी गईं. इस तरह उनका जम्मू एवं कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया. पिछले एक महीने से अधिक समय से जम्मू एवं कश्मीर में सरकार गठन को लेकर गतिरोध बना हुआ था. पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नईम अख्तर ने मुफ्ती के उच्च सुरक्षा वाले गुपकर रोड स्थित आवास के बाहर यहां संवाददाताओं से कहा, “महबूबा मुफ्ती को पीडीपी की ओर से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार चुना गया है.”
अख्तर ने कहा कि यहां पार्टी के सभी विधायक जुटे थे और उन्होंने सर्वसम्मति से महबूबा को विधायक दल का नेता चुना.
महबूबा शुक्रवार को राज्यपाल एन.एन. वोहरा से मिलेंगी और संभवत: सरकार गठन का दावा पेश करेंगी. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल शर्मा भी शुक्रवार को शीतकालीन राजधानी जम्मू में राजभवन में राज्यपाल से मिलेंगे.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह, राम माधव राज्य में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ सरकार गठन की संभावना को लेकर पार्टी के विधायकों के साथ यहां शुक्रवार को बातचीत करेंगे.
महबूबा और शर्मा के राज्यपाल से मिलने के बाद शपथ ग्रहण की तारीख की घोषणा की भी संभावना है.
सूत्रों ने कहा कि महबूबा के नेतृत्व में नई सरकार का गठन अगले माह के पहले सप्ताह में हो सकता है.
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी विधायकों की निर्णायक बैठक में गुरुवार को 56 वर्षीया महबूबा मुफ्ती को पार्टी विधायक दल का नेता चुन लिया गया. इस तरह उनके राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है. इससे पहले उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद मुख्यमंत्री थे, जिनका जनवरी में निधन हो गया.
एक सूत्र ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने विधायक दल के नेता के लिए महबूबा के नाम का प्रस्ताव दिया, जिसका अब्दुर रहमान वीरी ने समर्थन किया.
इस बैठक से पहले महबूबा गुरुवार को कब्रगाह पहुंचीं और अपने दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की कब्र पर प्रार्थना की.
महबूबा अगर मुख्यमंत्री बनती हैं तो उन्हें विधानसभा या विधानपरिषद में से किसी एक का सदस्य बनना होगा और लोकसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ेगा. महबूबा दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं.
महबूबा के पिता व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन के बाद से जम्मू एवं कश्मीर में निर्वाचित सरकार नहीं है.
पिता के निधन के तुरंत बाद ही महबूबा के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगाई गईं, लेकिन उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन बरकरार रखने को लेकर लोगों को संशय में डाल दिया.
दो महीने तक संशय बरकरार रहने के बाद गठबंधन के दोनों साझेदार सरकार गठन को लेकर तैयार हुए, जिसके बाद महबूबा ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी.