छत्तीसगढ़: मांस पर दो दिन बैन
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ सरकार ने नौ दिनों तक मांस बिक्री पर प्रतिबंध का अपना फ़ैसला वापस ले लिया है. राज्य सरकार ने अब केवल दो दिनों तक मांस की बिक्री को प्रतिबंधित करने की बात कही है. राज्य के नगरीय प्रशासन विभाग ने अपने संशोधित आदेश में कहा है कि प्रतिबंध के दो दिन कौन-कौन से होंगे, यह हर ज़िले के कलेक्टर अपनी सुविधानुसार तय कर सकेंगे.
इससे पहले छत्तीसगढ़ शासन ने मीट पर 9 से 18 सितंबर तक बैन लगा दिया था. इस तरह से छत्तीसगढ़ देश का चौथा राज्य बन गया है जहां पर मीट को कुछ दिनों के लिये प्रतिबंधित कर दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायलय में इस प्रतिबंध के खिलाफ एक याचिका भी लगाई गई है, जिस पर 12 सितंबर को सुनवाई होनी है.
इससे पहले मुंबई में गुरुवार को ही महाराष्ट्र में मीट बैन कर दिये जाने का राजनीतिक दलों ने विरोध किया था.वहीं, छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेता मनीष कुंजाम ने कहा है कि आदिवासियों में मीट खाने का चलन है तथा यह उनके आचार-व्यवहार से जुड़ा हुआ है. इस पर रोक लगाना उचित नहीं है.
महाराष्ट्र की राजधानी में जैन धर्म के धार्मिक समारोह के मद्देनजर मीट की बिक्री पर चार दिनों की पाबंदी को लेकर गुरुवार को पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन हुआ, वहीं राजस्थान में भी प्रतिबंध लगाया गया है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने मुद्दे का राजनीतिक फायदा उठाते हुए मुंबई के उपनगर दादर में प्रतिबंधित वस्तुओं को बेचकर विरोध जताया.
मनसे के नेता तथा कॉरपोरेटर संदीप देशपांडे ने संवाददाताओं से कहा, “हम अधिकारियों को अपने खिलाफ कार्रवाई करने की चुनौती देते हैं. मीट की बिक्री पर पाबंदी अन्यायपूर्ण है, जो हमारे मूल अधिकारों का हनन करता है और एक खास समुदाय को खुश करने का इरादा जाहिर करता है.”