लोकतंत्र का अर्थ व्यापक: मोदी
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को कहा कि लोकतंत्र को सिर्फ चुनाव और सरकार तक ही सीमित नहीं है. प्रत्येक व्यक्ति को इस बात का आभास होना चाहिए कि वह देश के विकास के लिए काम कर रहा है. मोदी ने ‘जागरण न्यूज’ के जागरण फोरम में कहा, “लोकतंत्र की हमारी परिभाषा को चुनाव और सरकार तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता. लोकतंत्र जन भागीदारी से मजबूत होता है.”
मोदी ने कहा, “मैं देश के विकास की यात्रा को जन आंदोलन में परिवर्तित करना चाहता हूं और इसके लिए सभी को इस बात का एहसास होना चाहिए कि वह देश के विकास की दिशा में काम कर रहा है.”
उन्होंने यह भी कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक के अलावा ऐसे कई विधेयक हैं, जो संसद में लंबित पड़े हैं.
मोदी ने कहा, “लोग सिर्फ जीएसटी और संसद के बारे में बात करते हैं, लेकिन गरीबों के लिए लाभप्रद ऐसे कई विधेयक हैं जो संसद में लंबित हैं.”
उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी स्वतंत्रता संग्राम में एक बड़ा बदलाव लेकर आए थे. उन्होंने इसे जन आंदोलन बना दिया था. पहली चीज, लोगों और उनकी ताकत में विश्वास करना है.”