माओवादियों ने दो दिनों में तीन ग्रामीणों को मार डाला
बीजापुर|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के बस्तर में संदिग्ध माओवादियों ने बीते दो दिनों में पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर तीन ग्रामीणों की हत्या तक दी है. रविवार को गुन्नापारा साप्ताहिक बाजार से एक युवक को
संदिग्ध माओवादी अपने साथ उठाकर ले गए थे.
रात में गला रेतकर उसका शव सड़क पर फेंक दिया था.
इससे पहले शनिवार को गंगालूर थाना क्षेत्र के ग्राम कोरचोली में जनअदालत लगाकर माओवादियों ने गांव के दो युवकों की हत्या कर दी थी.
परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया था.
पुलिस के मुताबिक बीजापुर जिले के रेड्डी गांव के युवक मुकेश हेमला रविवार को साप्ताहिक बाजार गया हुआ था.
उसी दौरान माओवादी उसे अगवा कर अपने साथ जंगल की ओर ले गए थे.
बताया गया कि युवक के साथ बाजार गए उसके कुछ साथी उसे छुड़ाने लगे तो माओवादियों ने बंदूक तान दी थी.
सोमवार को युवक का शव गांव के पास झाड़ियों में पड़ा हुआ मिला है.
शव के साथ पर्चे भी मिले हैं, जिसमें हत्या की जिम्मेदारी गंगालूर एरिया कमेटी ने ली है. परिजनों ने इसकी सूचना गंगालूर थाना में दी है.
17 दिनों में 9 की हत्या
संदिग्ध माओवादियों ने पिछले 17 दिनों के अंदर सुकमा और बीजापुर जिले में 9 लोगों की पुलिस मुखबिर के शक में हत्या कर दी है.
माओवादियों ने 6 दिसंबर को भाजपा समर्थित दो पूर्व सरपंचों की हत्या की थी.
इसके बाद एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मार डाला था.
फिर एक महिला की उसके पति के सामने ही हत्या कर दी थी.
उसके बाद एक भाजपा नेता और एक ग्रामीण की हत्या कर दी है.
अब दो दिनों के अंदर 3 ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया है.
कांकेर में इनामी माओवादी गिरफ्तार
इधर छत्तीसगढ़ के कांकेर में पुलिस ने एक सीनियर माओवादी कमांडर को गिरफ्तार करने का दावा किया है. दो दिन पहले ही माओवादियों ने प्रभाकर की फोटो लगा कर, पुलिस द्वारा कई दिनों से हिरासत में रखने का आरोप लगाया था.
पुलिस ने अब जा कर प्रभाकर उर्फ बालमूरी नारायण राव को गिरफ़्तार करने का दावा किया है.
पुलिस के मुताबिक उस पर 25 लाख रूपये का इनाम घोषित था और वह पिछले 40 सालों से माओवादी संगठन में सक्रिय था.
पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादी प्रभाकर कांकेर क्षेत्र में आया हुआ है.
इसी सूचना के आधार पर 22 दिसंबर को अंतागढ़ पुलिस की टीम ने नाकाबंदी कर उसे गिरफ्तार किया.
लेकिन पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तारी की पुष्टि की. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार माओवादी प्रभाकर की पत्नी भी माओवादी संगठन में शामिल है.
वह डीवीसी मेंबर राजे कांगे रावघाट एरिया कमेटी की प्रभारी है.
पुलिस ने बताया कि प्रभाकर उत्तर सब जोनल ब्यूरो में लॉजिस्टिक्स सप्लाई मोबाइल पॉलिटिकल स्कूल टीम का इंचार्ज था.
वह ओडिशा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ के बड़े माओवादी लीडर का करीबी सहयोगी रहा है.