माओवादियों का दावाः जिंदा है दामोदर उर्फ चोखा राव
जगदलपुर|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के बीजापुर से माओवादियों की दक्षिण सब जोनल ब्यूरो ने एक प्रेस नोट जारी कर दावा किया है कि पुजारी कांकेर मुठभेड़ में नक्सली कमांडर दामोदर उर्फ चोखा राव नहीं मारा गया है. चोखा राव अब भी जिंदा है.
माओवादियों ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने गलत प्रेस नोट जारी कर यह कह दिया था कि चोखा राव मारा गया है. जबकि चोखा राव जिंदा है.
माओवादियों ने यह भी आरोप लगाया है कि मारे गए 8 माओवादियों में 4 ग्रामीण भी शामिल थे. जिन्हें पुलिस ने मओवादी करार दे दिया है.
इसके पहले माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी की सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी कर मुठभेड़ में नक्सली कमांडर दामोदर के मारे जाने की बात कही थी.
अब माओवादियों के ही दक्षिण सब जोनल की प्रवक्ता समता ने उस प्रेस नोट का खंडन करते हुए पुलिस पर फर्जी प्रेस नोट जारी करने का आरोप लगाया है.
अब सवाल ये उठता है कि आखिर कौन सा प्रेस नोट सही है.
पहला प्रेस नोट 18 जनवरी की शाम माओवादियों के दक्षिण बस्तर जोनल कमेटी के सचिव गंगा के नाम से जारी किया गया था.
जिसमें लिखा था कि पुजारी कांकेर मुठभेड़ में एससीएम दामोदर दादा, पीपीसीएम हुंगी, देवे, जोगा, नरसिंहराव समेत कुल 18 साथी मारे गए हैं.