छत्तीसगढ़बस्तर

बस्तर में 2 नक्सली मारे गये

रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में गुरुवार को नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में पुलिस ने शबरी एरिया कमेटी के सचिव सहित दो वर्दीधारी नक्सलियों को मारने का दावा किया है.

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अरुण देव गौतम ने बताया कि सूचना मिली थी कि सुकमा जिले के कोंटा थाना क्षेत्र के पालाचरमा गांव में कुछ नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने जंगल में डेरा डाले हुए हैं. सीआरपीएफ एवं आंध्र ग्रेडहंट दस्ता को फौरन रवाना किया गया.

पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी. पुलिस की मौजूदगी को भांपकर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. पुलिस का दावा है कि उसने तुरंत मोर्चा संभालते हुए फायरिंग की. लगभग एक घंटे की मुठभेड़ के बाद नक्सली घने जंगल और पहाड़ियों की आड़ लेकर भाग गए.

घटनास्थल की तलाशी के दौरान दो वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं. इनमें से एक की पहचान शबरी दलम के सचिव नरेश और दूसरे की रामू राम के रूप में की गई. मौके से पुलिस ने तीन एसएलआर बंदूक, तीन राकेट लांचर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक एवं दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की है.

इससे पहले नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर बम में विस्फोट होने से जिला बल के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. इस बीच पुलिस ने सुकमा जिले में एक नक्सली कैंप को ध्वस्त करने में कामयाबी हासिल की है. एक अन्य वारदात में दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने मुखबिरी के संदेह में एक ग्रामीण की गोली मारकर हत्या कर दी.

सुकमा जिले के सेमलवाया पुलिस कैंप के जवान बुधवार सुबह एरिया डोमिनेशन के लिए रवाना हुए थे. इसी दौरान नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर बम पर पैर पड़ जाने से जबर्दस्त विस्फोट हुआ जिसमें जिला बल के सहायक आरक्षक मडकम मुन्ना एवं अनिल समरथ बुरी तरह जख्मी हो गए. दोनों ही जवानों को कोटा में प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कालेज जगदलपुर लाया गया है.

इस बीच, चुनावी सुरक्षा के लिए सुकमा जिले के कोंटा एवं एराबीर से बड़ी संख्या में गश्त तलाशी के लिए रवाना पुलिस की ग्राम अप्पलमेटा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ बाद नक्सली भाग गए. पुलिस ने जंगल में बने नक्सलियों के शिविर को ध्वस्त कर दिया और वहां से बड़ी मात्रा में दैनिक उपयोग की वस्तुएं जब्त की हैं.

एक अन्य वारदात में दंतेवाड़ा जिले के नहाड़ी गांव निवासी दयालु मंडा नामक ग्रामीण की नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के संदेह में गोली मारकर हत्या कर दी. नक्सलियों ने उसे बैठक के बहाने बुलवाया था, लेकिन भयवश दयालु बैठक में नहीं पहुंचा. नक्सलियों ने उसे उसके घर से अगवा कर लिया और मारपीट के बाद गोली मार दी.

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