दो पूर्व सरपंचों के बाद अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की हत्या
बीजापुर । संवाददाता: छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित बीजापुर में संदिग्ध माओवादियों ने एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की हत्या कर दी. शुक्रवार की शाम हुई इस घटना से इलाके में दहशत है. हत्या की यह वारदात जहां हुई है, वहां से सीआरपीएफ कैंप लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर है.
पुलिस के अनुसार उसूर विकासखंड के बासागुड़ा थानांतर्गत तिमापुर की रहने वाली लक्ष्मी पद्म आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थीं. वे घर में थीं, उसी समय संदिग्ध लोगों ने उन पर धारदार हथियारों से हमला किया. बीच बचाव करने आए उनके बेटे के साथ हमलावरों की हाथापाई भी हुई.
लक्ष्मी पद्म को पहले भी संदिग्ध माओवादियों ने चेतावनी दी थी. इसलिए माना जा रहा है कि हमला माओवादियों ने किया होगा.
एक दिन पहले बीजापुर में माओवादियों ने दो पूर्व सरपंचों को मार डाला था. मंगलवार को बिरियाभूमि के पूर्व सरपंच सुकलू फरसा और कडेर के पूर्व सरपंच सुखराम अवलम का संदिग्ध माओवादियों ने अपहरण कर लिया था.
गुरुवार को दोनों पूर्व सरपंचों का शव बरामद किया गया.
दोनों पूर्व सरपंचों के शवों के पास फेंके गए पर्चों में माओवादियों ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी से दूरी बनाने की हिदायत पूर्व में देने की बात कही. दोनों पूर्व सरपंच भाजपा से जुड़े हुए थे.