नसबंदी के बाद 5 की मौत
बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नसबंदी के बाद 5 महिलाओं की मौत हो गई. चिकित्सकों ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका से इंकार नहीं किया है. चिकित्सकों का दावा है कि आरंभिक तौर पर दवा के इंफेक्शन की वजह से महिलायें बीमार हुईं और उनकी मौत हुई.
इधर इस घटना के बाद राजनीति तेज़ हो गई है और कांग्रेस पार्टी ने बिलासपुर बंद का आह्वान किया है. सोमवार की रात कांग्रेस पार्टी ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया. कांग्रेस ने मंगलवार को इस मामले में शांति यात्रा की बात कही है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के शामिल होंगे.
जिला चिकित्सा अधिकारी के अनुसार शनिवार को तखतपुर के पेंडारी गांव में केंद्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था. शिविर के दौरान ही कुछ महिलाओं ने उल्टी होने की शिकायत की लेकिन डाक्टरों ने उस पर ध्यान नहीं दिया.
नसबंदी शिविर में बीमार पड़े ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी लक्ष्य पूरा करने की हड़बड़ी में केवल 6 घंटे के भीतर ज़िला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. आरके गुप्ता ने अपने एक सहयोगी के साथ मिल कर 83 महिलाओं की नसबंदी कर दी.
इसके बाद अगले दिन कई महिलाओं की तबीयत बिगड़नी शुरु हो गई और बीमार महिलाओं का बिलासपुर आने का सिलसिला शुरु हुआ.
बिलासपुर के ज़िला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके भांगे का कहना है कि महिलाओं की मौत कैसे हुई, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. डॉक्टर भांगे ने कहा कि इस हादसे में अभी तक पांच महिलाओं की मौत हुई है, जबकि 35 महिलाओं को ज़िला चिकित्सालय, छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से कुछ की हालत चिंताजनक बनी हुई है.