मनमोहन सिंह क्यों बने थे पीएम
सुरेंद्र किशोर | फेसबुक
पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने गत 13 अक्तूबर को एक बड़ी बात कह दी.उन्होंने यह स्वीकार किया कि प्रधान मंत्री पद के लिए प्रणव मुखर्जी मुझसे अधिक योग्य व्यक्ति थे,पर सोनिया जी ने इस पद के लिए मुझे चुना.
यह बात तो सब जानते रहे हैं. पर बड़ी बात यह है कि मन मोहन सिंह ने सार्वजनिक रूप से इसे स्वीकारा.
अब इसके साथ ही यह जानना भी नयी पीढ़ी के लिए जरूरी है कि आजादी के बाद इस देश में प्रधान मंत्री पद के लिए नेता का चयन कैसे होता रहा है.
किताबों में तो यह पढ़ाया जाता है कि लोक सभा चुनाव में जिस दल को बहुमत मिलता है, उस दल के नव निर्वाचित सांसदगण मिलकर अपना नेता चुनते हैं जो प्रधान मंत्री पद की शपथ लेता है.
चूंकि मन मोहन सिंह कुछ दूसरी ही विधि से पी.एम. बने, इसलिए यह जानना जरूरी है कि उससे पहले इस देश में कैसे क्या होता रहा.
इतिहास लेखन के बारे में मेरी पिछली जिज्ञासा पर फेस बुक मित्रों से मुझे बहुत उपयोगी जानकारियां मिलीं.मैं उनका आभारी हूं. उम्मीद है कि इस बार भी मिलेंगी.