मंदसौर गोली कांड में कलेक्टर, एसपी सस्पेंड
मंदसौर | संवाददाता: मंदसौर गोली कांड की जांच रिपोर्ट के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने तत्कालीन कलेक्टर और एसपी को निलंबित कर दिया है. जिले के तत्कालीन कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक को गोलीकांड में 6 किसानों की मौत के लिये जिम्मेवार माना गया है.
राज्य सरकार ने मंदसौर गोली कांड के बाद दोनों अधिकारियों का तबादला पहले ही कर दिया था. बुधवार को इस मामले में गठित कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है.
मंदसौर में किसानों के प्रदर्शन पर पुलिस ने गोली चलाई थी, जिसमें 6 किसान मारे गये थे. शुरु में पुलिस ने कहा था कि किसान खुद ही आपस में उलझे और फिर आपस के झगड़ों में मारे गये हैं. लेकिन बाद में कई तस्वीरें और वीडियो सामने आये, जिसमें पुलिस का दावा झूठा साबित हुआ. कलेक्टर और एसपी को प्रथम दृष्टया अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन नहीं कर पाने के आरोप में जिले से बाहर तबादला कर दिया गया था.
पुलिस की गोली से मारे गये किसानों में 32 साल के घनश्याम, 40 साल के कन्हैयालाल, 5 साल के बबलू टकरावद, 17 साल के अभिषेक बरखेड़ापंत और चैनराम शामिल थे. सरकार ने इन सभी के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये के मुआवजा देने का भी ऐलान किया .
इस घटना के बाद देश भर में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी. बाद में विपक्षी नेताओं ने जब इस मामले में मंदसौर के किसानों से मुलाकात की कोशिश की तो सरकार ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तार होने वालों में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर गुजरात के पटेल समाज के नेता हार्दिक पटेल तक शामिल थे. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
इसी दौर में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दिन का उपवास भी किया और पीड़ितों से मिल कर उन्हें आश्वस्त किया कि गोलीकांड में शामिल किसी भी अधिकारी कर्मचारी को छोड़ा नहीं जायेगा.