पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना चाहूंगी: मलाला
न्यूयॉर्क | एजेंसी: युवा मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने कहा है कि वे अपने देश पाकिस्तान को बचाने की खातिर उसका प्रधानमंत्री बनना पसंद करेगी.
पाकिस्तान में लड़कियों के लिए शिक्षा का प्रचार करने पर तालिबान के हमले की जद में आई मलाला ने न्यूयार्क में श्रोताओं से कहा, “मैं पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनना चाहती हूं.”
उसने कहा, “मेरे ख्याल से यह वास्तव में बढ़िया है, चूंकि राजनीति के माध्यम से मैं अपने पूरे देश को बचा सकती हूं. मैं शिक्षा पर अधिक बजट खर्च कर सकती हूं और विदेश मामलों पर भी ध्यान दे सकती हूं.”
16 वर्षीया मलाला को पाकिस्तान स्थित अशांत स्वात क्षेत्र में उनके गृहक्षेत्र मिंगोरा में दो बंदूकधारियों ने सिर में गोली मारी थी. लड़कियों की शिक्षा का प्रचार करने वाली मलाला की आवाज कुचलने के लिए ही तालिबान ने ऐसा किया था. घायल मलाला को उपचार के लिए विमान से ब्रिटेन ले जाया गया था. ठीक होने के बाद से मलाला ब्रिटेन में ही रहती हैं.
मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए उसे गुरुवार को यूरोपियन पार्लियामेंट के सबसे प्रतिष्ठित सखारोव पुरस्कार से सम्मानित किया गया. साथ ही मलाला को हाल ही में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया है.