‘मेक इन छत्तीसगढ़’ का आगाज़
रायपुर | संवाददाता: कम्प्यूटर उपकरण, स्मार्ट फोन और लैपटॉप अब छत्तीसगढ़ में भी बनने लगेंगे. केन्द्र सरकार की तर्ज पर ‘मेक इन इंडिया’ के सपने को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ‘मेक इन छत्तीसगढ़’ का नारा दिया है. इस सिलसिले में बुधवार को डॉ. सिंह की अध्यक्षता में राजधानी रायपुर में उनके निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राज्य सरकार के उपक्रम छत्तीसगढ़ इन्फोटेक एवं बायोटेक प्रमोशन सोसायटी, चिप्स और एक चीनी कम्पनी मेसर्स फोर स्टार के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए. एमओयू में चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौरभ कुमार और चीनी कम्पनी की ओर से उनके निदेशक डेवी ने हस्ताक्षर किए.
एमओयू के अनुसार यह चीनी कम्पनी राजधानी रायपुर के नजदीक उरकुरा के औद्योगिक प्रक्षेत्र में कम्प्यूटर टेबलेट, स्मार्ट फोन और लैपटॉप बनाने का उद्योग लगाएगी. यह प्रक्षेत्र छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम द्वारा विकसित किया गया है. वहां पर सीएसआईडीसी द्वारा आईटी पार्क बनाया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि चीनी कम्पनी द्वारा एक सौ करोड़ रूपए का पूंजी निवेश किया जाएगा. यह छत्तीसगढ़ सूचना प्रौद्योगिकी आधारित पहला उद्योग होगा. इसमें हर साल दो सौ लोगों को रोजगार मिलेगा और पांच वर्ष में इनकी संख्या एक हजार हो जाएगी.
इसके अलावा एक हजार लोगों को साफ्टवेयर बनाने तथा कम्पनी के उत्पादों की बिक्री और उनके वितरण आदि से संबंधित कार्यों में रोजगार मिलेगा. चीनी कम्पनी के अधिकारियों ने बताया कि कम्पनी द्वारा आईटी सेक्टर में छत्तीसगढ़ के युवाओं को कौशल उन्नयन का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. शुरूआती दौर में कम्पनी हर महीने 75 हजार कम्प्यूटर टेबलेट, स्मार्ट फोन और लैपटॉप का निर्माण करेगी और बाद के वर्षों में उसकी उत्पादन क्षमता लगभग दस लाख यूनिट तक पहुंच जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता डाऊन स्ट्रीम के उद्योगों को बढ़ावा देने की है. इसके अन्तर्गत नया रायपुर में भी हम सूचना प्रौद्योगिकी आधारित इलेक्ट्रॉनिक आईटी सेक्टर में उद्योग लगाने वालों का स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि राजधानी रायपुर के विस्तार के रूप में नया रायपुर का विकास किया जा रहा है, जहां इस प्रकार के पर्यावरण हितैषी उद्योगों को जमीन आदि हर प्रकार के जरूरी सुविधा दी जाएगी.
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड, वाणिज्य और उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव एन. बैजेन्द्र कुमार, लोक निर्माण और जनसम्पर्क विभाग के प्रमुख सचिव अमिताभ जैन, सूचना प्रौद्योगिक विभाग के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, चिप्स के उपाध्यक्ष ए.एम.परियल, मुख्यमंत्री के सचिव सुबोध कुमार सिंह, संयुक्त सचिव रजत कुमार और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.