महाबोधि धमाके में एक हिरासत में
गया | संवाददाता: बिहार के महाबोधि मंदिर में हुये धमाकों में पुलिस ने बाराचट्टी इलाके से एक नौजवान को हिरासत में लिया गया है. हालांकि पुलिस का कहना है कि उस युवक से फिलहाल पूछताछ की जा रही है और अभी से यह कहना ठीक नहीं होगा कि यह युवक विनोद मिस्त्री हमले में शामिल था या नहीं. इस बीच पुलिस का दावा है कि महाबोधि मंदिर में जिस समय ब्लास्ट हुआ, उससे तीन घंटे पहले 2 बजे के आसपास मंदिर के आसपास कुछ गतिविधियां सीसीटीवी फूटेज में नजर आई हैं.
इधर आरजेडी नेता लालू यादव ने कहा है कि यह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सबसे बड़ी नाकामी है. उन्होंने पहले क्यों नहीं कदम उठाया? जब से नीतीश कुमार का बीजेपी से गंठबंध टूटा है, वह सिर्फ अपने विरोधियों को चित करने में लगे हैं. बाकी कोई काम नहीं हो रहा है. भाजपा ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुये कहा है कि नीतीश की सरकार केवल विरोधियों को निपटाती रही है. उसने कानून व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया.
महाबोधि मंदिर की ताजा स्थिति को लेकर बिहार के डीजीपी अभयानंद ने कहा कि एनआईए की टीम द्वारा घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए जाने के बाद मंदिर को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. डीजीपी ने कहा कि आतंकियों ने कुल नौ विस्फोट किए और दो बम ऐसे मिले जिसे निष्क्रिय कर दिया गया. उन्होंने कहा कि मंदिर के भीतर का पवित्र स्थल पूरी तरह से सुरक्षित है, बाहर के कुछ हिस्से टूटे हैं.
260 ईपू के इस महाबोधि मंदिर में बुद्ध की एक बहुत बड़ी मूर्त्ति स्थापित है. यह मूर्त्ति पदमासन की मुद्रा में है. यहां यह अनुश्रुति प्रचलित है कि यह मूर्त्ति उसी जगह स्थापित है, जहां बुद्ध को निर्वाण प्राप्त हुआ था. बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद दूसरा सप्ताह यहीं बोधि वृक्ष के आगे खड़ी अवस्था में बिताया था. यहां पर बुद्ध की इस अवस्था में एक मूर्त्ति बनी हुई है.