‘RSS ने खुद कबूला केरल का सच’
भोपाल | समाचार डेस्क: सीपीएम ने विजयन मामले में RSS की निंदा की है. मध्यप्रदेश सीपीएम ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के सिर पर इनाम की घोषणा को तालिबानी मानसिकता करार दिया है. मध्यप्रदेश सीपीएम के सचिव बादल सरोज ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में कहा है कि मध्यप्रदेश के उज्जैन में इसके एक प्रमुख नेता ने केरल के मुख्यमंत्री का सर काटकर लाने वाले के लिए एक करोड़ रूपये का ईनाम घोषित करके अपनी हत्यारी तालिबानी मानसिकता को एक बार पुनः उजागर कर दिया है. गौरतलब है कि आरएसएस के एक पदाधिकारी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का सिर कलम करने पर एक करोड़ रूपये के इनाम की घोषणा कर एक विवाद छेड़ दिया. लेकिन संघ ने उनकी टिप्पणी से दूरी बना ली है.
मध्यप्रदेश सीपीएम ने कहा है कि जिस आरएसएस से जुड़े भाजपा और विहिप के 13 गुर्गे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में अभी हाल ही में मध्यप्रदेश में पकड़े गए हों, जिसके मध्यप्रदेश के एक खासमखास नेता कैलाश विजयवर्गीय का नाम कल ही बंगाल में मासूम बच्चों की तस्करी के मामले में आया है, ऐसे देश और मनुष्यता विरोधी अपराधों में सिद्दहस्त संगठन से इतने ही घिनौने आचरण की उम्मीद की जा सकती है.
मध्य प्रदेश के उज्जैन में आरएसएस के सह प्रचार प्रमुख कुंदन चंद्रावत ने केरल में अपने कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हत्या का बदला लेने पर इनाम की घोषणा की. चंद्रावत का एक वीडियो क्लिप में यह कहते देखा गया, केरल के मुख्यमंत्री आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या कर रहे हैं, जो इस देश को आगे ले जाना चाहते हैं.
हालांकि, राष्ट्रीय स्तर के एक शीर्ष पदाधिकारी ने कहा कि वह उन्हें जानते तक नहीं हैं और इस तरह आरएसएस ने चंद्रावत की टिप्पणी से अपनी दूरी बना ली.
संघ के राष्ट्रीय सह प्रचार प्रमुख जे नंद कुमार ने पीटीआई से कहा, आरएसएस ऐसी टिप्पणियों की सख्त निंदा करता है. संघ हिंसा में यकीन नहीं रखता. लेकिन हम केरल में अपने कार्यकर्ताओं पर हमलों का लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करना जारी रखेंगे.
नंद कुमार ने कहा कि वह नहीं जानते कि चंद्रावत कौन है. गौरतलब है कि केरल में आरएसएस और माकपा कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हत्याएं देखी जा रही है.