व्यापमं घोटाला: 41वें आरोपी की मौत?
इंदौर | एजेंसी: मध्य प्रदेश व्यापमं घोटाले का रहस्य दिनोंदिन गहराता जा रहा है. इस घोटाले से जुड़े एक और आरोपी नरेंद्र कैलाश सिंह तोमर (30) की शनिवार की देर रात इंदौर की जिला जेल में संदिग्ध हालत में मौत हो गई. मृतक के भाई ने नरेंद्र की मौत के पीछे साजिश की आशंका जताई है और इस घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. यह व्यापमं घोटाले के 41वें आरोपी की मौत है. जिला जेल अधीक्षक आर.सी. भाटी ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि मुरैना के पोरसा गांव निवासी नरेंद्र पिता कैलाश सिंह तोमर को 24 फरवरी को जिला जेल में लाया गया था. उसके खिलाफ व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षा में सल्वर के रूप में किसी और के नाम पर परीक्षा देने का आरोप था.
शानिवार की रात लगभग 11 बजे उसकी तबीयत खराब होने की सूचना जेल अधिकारियों को मिली थी. उसे पहले जेल में ही प्राथमिक उपचार दिया गया. मगर उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई. इसके बाद उसे एमवाई अस्पताल भेजा गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.
नरेंद्र के भाई विक्रम सिंह तोमर ने संवाददाताओं से कहा कि वह 26 जून को ही अपने भाई से जेल में मिलकर आया था, वह पूरी तरह स्वस्थ था. जेल प्रशासन दिल का दौरा पड़ने से मौत होने की बात कह रहा है, जो गले नहीं उतर रही है.
उन्होंने कहा कि परिवार में किसी को भी दिल की बीमारी नहीं है. विक्रम ने सरकार से इस घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.
व्यापमं घोटाले में पकड़े गए 40 आरोपियों की मौत हो चुकी है. नरेंद्र 41वां आरोपी है, जिसकी मौत हुई है.
विपक्षी कांग्रेस ने भाजपा सरकार से नरेंद्र की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की मजिस्ट्रियल जांच की मांग की है.
कांग्रेस प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने कहा कि व्यापमं घोटाला शिवराज सिंह चौहान के राज का महाघोटाला है. इस सिलसिले में 41वीं मौत होना इस बात का सूबत है कि इसकी जड़ें काफी गहरी और दूर तक फैली हुई है.
उन्होंने कहा, “लगता है, इस महाघोटाले में शंका की सुई जैसे-जैसे बड़े सफेदपोश लोगों की ओर घूमेगी, इससे जुड़े लोगों की संदिग्ध हालात में मौत का सिलसिला जारी रहेगा.”
कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि व्यापमं घोटाले के आरोप में जेल में बंद पूर्व शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, खनिज माफिया सुधीर शर्मा और हाल ही में गिरफ्तार डीमेट घोटाले के मास्टर माइंड यू.सी. उपरीत की जेल में सुरक्षा बढ़ाई जाए.