रसोई गैस की भी पोर्टेबिलिटी होगी
नई दिल्ली | एजेंसी: अब उपभोक्ताओं को रसोई गैस की पोर्टेबिलिटी की सुविधा भी मिलेगी.ऐसा पेट्रोलियम मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने बुधवार को बताया.उन्होंने बताया कि इसके दायरे में सभी तेल विपणन कंपनियां और वितरक आएंगे. इससे उपभोक्ताओं को विभिन्न एलपीजी वितरकों के बीच चुनाव करने का विकल्प हासिल होगा.
तेल मंत्रालय द्वारा यहां जारी एक बयान में कहा गया, “पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने आज से सभी तेल विपणन कंपनियों/वितरकों के बीच एलपीजी कनेक्शन को लांच करने को मंजूरी दी.”
योजना के दायरे में देश के 480 जिले आएंगे, जिसमें सभी संभावित एलपीजी बाजार शामिल होंगे, जिसमें अलग-अलग कीमतों वाले विभिन्न वितरक हैं.
इस लांच के साथ एक उपभोक्ता अपने क्लस्टर में मौजूद एलपीजी वितरकों में से किसी का चुनाव कर सकता है.
बयान में कहा गया, “ओएमसी ने 480 से अधिक जिलों में 1,400 से अधिक क्लस्टर वितरक बनाए हैं. प्रत्येक क्लस्टर में औसतन चार वितरक हैं, जिनमें से चुनाव किया जा सकता है.” ओएमसी के वेबसाइटों पर क्लस्टर के विवरण प्रकाशित किए गए हैं.
मंत्रालय ने कहा, “इस योजना की सफलता इस बात में निहित हैं कि उपभोक्ताओं को वितरक और तेल कंपनियों को बदलने का अधिकार दिया गया है, जिससे वितरक और तेल कंपनियां बेहतर प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे.”
पायलट के तौर पर यह पोर्टेबिलिटी योजना अक्टूबर 2013 में 13 राज्यों के 24 जिलों में शुरू की गई थी. जिसके तहत उपभोक्ताओं को सिर्फ डीलर बदलने की सीमित सुविधा दी गई थी.
तीन ओएमसी-इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम-रोजाना 30 लाख से अधिक सिलेंडरों की आपूर्ति करते हैं.