लिट्टी और चोखा..
आशिता अवस्थी
मुख्यतः बिहार का परंपरागत व्यंजन है. परंतु अब इसका प्रचलन सभी जगहों पर देखने को मिलता है.
लिट्टी: बनाने के लिये पहले आटें को थोड़ा कड़े आटें के साथ गूंथ लेते है फिर सत्तू का मसाला तैयार किया जाता है. सत्तू में थोड़ा सरसो का तेल, हरी मिर्च, कूटा हुआ लहसून, स्वादानुसार नमक, बारीक कटा प्याज व आवश्यक मसाले डाल कर मसाला तैयार कर लेगें.
अब इस मसाले को गूंथे हुए आटें में डाल कर आटे की लोई तैयार कर लेगें. इसको कंडे पर रखकर सेकेगें इतना घ्यान रहे यह आग पूरी तरह ठंडी हो जाने के बाद केवल हल्के अंगारो पर इसे धीरे धीरे सेकेगें. दोनो तरफ अच्छी तरह सिंकने के बाद इसे एक सूती के कपड़े में डालकर कुछ देर तक हिलाएगें जिससे इसकी राख पूरी तरह से झड़ जाए.
चोखा: बनाने के लिए पहले आलू को उबाल लेगें फिर बैंगन को बीच से काट कर हल्की आंच में पकने तक भूनेगें. पक जाने के बाद इसके छीलके को उतार कर इले आलू के साथ मिला देगें. इसमें स्वादनुसार नमक, सरसो का तेल, हरी मिर्च, कूटा हुआ लहसून, बारिक कटा टमाटर, बारिक कटा प्याज, डालकर मिला देगें. लिट्टी को घी में चोखे के साथ परोसेगें.