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कोरबा में पुलिस ने रुकवाया बाल विवाह

कोरबा | अब्दुल असलम: कोरबा के करतला क्षेत्र में एक साढ़े 17 वर्ष की नाबालिग युवती के साथ साढ़े 14 वर्ष के बालक का विवाह कराया जा रहा था.

गाजे बाजे के साथ धरमजयगढ़ से बारात करतला के ग्राम गुरमा पहुंची थी. जहां अचानक पुलिस पहुंची और बाल विवाह को रूकवा दिया. पुलिस द्वारा वर वधु पक्ष को समझाईश दी गई. पुलिस की समझाईश के बाद बारात बेरंग लौट गई और एक नाबालिग बालिका वधु बनने से बच गई.

करतला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार धरमजय गढ़ अंतर्गत ग्राम लार निवासी उमेन्द बैगा के साढ़े 14 वर्षीय पुत्र आनंद बैगा का विवाह करतला थाना अंतर्गत ग्राम गुरमा निवासी अमरसाय बैगा की पुत्री देवमती साढ़े 17 वर्ष के साथ आज 25 फरवरी को होना तय हुआ था. वैवाहिक कार्यक्रम के अनुसार आज धरमजयगढ़ से बारात गुरमा पहुंची हुई थी.

इसी दौरान धरमजयगढ़ पुलिस से करतला पुलिस को सूचना मिली कि उनके संबंधित क्षेत्र से बारात करतला के ग्राम गुरमा आई हुई है. जिसमें वर व वधु दोनों ही नाबालिग है. जिसकी सूचना पर तत्काल करतला पुलिस ने गुरमा पहुंची और बाल विवाह को रूकवा दिया.

पुलिस ने वर व वधु पक्ष को समझाईश देकर युवक-युवती के बालिग हो जाने के बाद शादी करने की हिदायत दी. पुलिस की समझाईश के बाद शादी रूक गई और बारात बेरंग लौट गई. फिलहाल पुलिस द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई इस मामले में नहीं की गई है.

उल्लेखनीय है कि ग्रामीण अंचलों में बाल विवाह आम है. जहां युवक युवती के बालिग होने से पहले ही उनकी शादी करा दी जाती है. भारतीय दंड सहिता में बाल विवाह अपराध है. जिसके तहत ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाती है. खासकर शादी के सीजन में इस प्रकार के मामले अधिक सामने आते है.

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