केरल में उत्पीड़ित एथलीट की मौत
अलाप्पुझा | समाचार डेस्क: केरल में कथित रूप से उत्पीड़न के बाद 4 महिला एथलीटों ने जहर खा लिया. जिसमें से एक युवा महिला एथलीट की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है. केरल के पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. अलाप्पुझा जिले के पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार ने कहा कि ये सभी एथलीट वेम्बानाड लेक स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के वाटर स्पोर्टस केंद्र में एक साथ प्रशिक्षण लेती थीं.
उन्होंने कहा, “उन्हें बुधवार रात जहरीला फल खाने के बाद अलाप्पुझा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गंभीर अवस्था में लाया गया. यह फल केरल में आमतौर पर पाया जाता है.
कुमार ने आगे कहा, “इनमें से एक अपर्णा की गुरुवार तड़के मौत हो गई, जबकि अन्य तीन को अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है और चिकित्सक उनका इलाज कर रहे हैं. इनकी स्थिति के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता.”
ये सभी केनोइंग और कयाकिंग की एथलीट थे. इनमें से एक हाल ही में यहां आयोजित हुए 35वें राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक विजेता रह चुकी हैं.
इस जहरीले पदार्थ के बारे में सूत्रों ने कहा, “इन लड़कियों ने शराब पी थी और अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई थी. इन लड़कियों को इस संबंध में चेतावनी दी गई थी.
प्रशासन द्वारा डांटे जाने से नाखुश इन लड़कियों ने जहरीले फल का सेवन किया.
शाम तक एसएआई केंद्र में चार लड़कियों को बेचैनी महसूस हुई और इन्हें जनरल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने इनकी स्थिति गंभीर बताई. इसके बाद इन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया.
अपर्णा के निकट संबंधी ने कहा कि एसएआई अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे शारीरिक और मानसिक दबाव की वजह से ये चारों लड़कियां अत्यधिक तनाव में थी.
पुलिस अपर्णा की शव-परीक्षा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
खेल मंत्री सर्वानंद सोनावाल ने अपनी संवेदना व्यक्त की और पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन दिया.
सोनोवाल ने गुरुवार को जारी बयान में कहा, “मैं केरल में हुई इस घटना से आहत हूं. मैं शोकसंतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. हम व्यथित परिवार को हर संभव मदद देंगे.”
सोनोवाल ने यह भी कहा कि उन्होंने एथलीटों के उचित इलाज सुनिश्चित करने और स्थल का दौरा कर मुझे तथ्यात्मक रिपोर्ट देने के लिए स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के महानिदेशक इन्जेती श्रीनिवास को निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा, “मैं पीड़ितों के स्वास्थ्य में तीव्र सुधार की प्रार्थना करता हूं. उन्हें उचित इलाज मुहैया कराना हमारी शीर्ष प्राथमिकता है. मैंने महानिदेशक को स्थल पर जाकर मुझे तथ्यात्मक रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है.
मंत्री ने कहा कि पुलिस जांच के बाद यदि एसएआई से संबंधित किसी भी शख्स को दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.