‘नोट फॉर वोट’ पर केजरी की सफाई
नई दिल्ली | एजेंसी: केजरीवाल ने अपने ‘नोट फॉर वोट’ बयान पर सफाई पेश की है. उन्होंने कहा है कि उनके कहने का अर्थ था कि नोट जरूर ले पर वोट न दें, इससे राजनीति में सफाई होगी. आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि राजनीतिक पार्टियां वोट खरीदने के लिये काले धन का उपयोग करती है जिसे वे खत्म करना चाहते हैं. आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को मतदाताओं द्वारा चुनाव से पहले पैसे बांटने वाली राजनीतिक पार्टियों से पैसे लेकर दूसरी पार्टियों को वोट देने सम्बंधी अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि यह राजनीति में मौजूद गंदगी को साफ करेगा. उल्लेखनीय है कि केजरीवाल ने मतदाताओं से कहा था कि वे राजनीतिक पार्टियों से पैसे जरूर लें लेकिन उन्हें वोट न दें. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री के मुताबिक जो राजनीतिक पार्टियां चुनाव से पहले पैसे बांट रही हैं, वह उनके पास मौजूद काला धन है और इसे ग्रहण करना मतदाताओं के लिए गलत नहीं होगा.
केजरीवाल ने यहां सवांददाताओं को बताया, “सबसे बड़ी समस्या यह है कि यह पार्टियां घूस के लिए काले धन का इस्तेमाल करती हैं, शराब बांटती हैं, टिकटें खरीदती हैं. मैं यह कह रहा हूं कि आप काला धन लीजिए, लेकिन वोट मत दीजिए. यह घूस नहीं है.”
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “कुछ दिनों में पार्टियां यह महसूस करेगी कि आप पैसे बांट कर वोट नहीं ले सकते. इस तरह राजनीति में सफाई आएगी. इसलिए मैं कह रहा हूं कि पैसे लीजिए, लेकिन उनके लिए वोट मत कीजिए, कुछ दिन में ये पार्टियां महसूस करेंगी कि पैसा देने का कोई मतलब नहीं है, वोट को किसी के जरिए नहीं खरीदा जा सकता.”
उन्होंने कहा, “अपराध क्या है? अपराध वह है कि अगर कोई घूस दे या ले. अपराध क्या है? कोई कहता है कि मुझसे पैसे लीजिए और मेरे लिए वोट कीजिए. अगर कोई अदला-बदली होती है, तो वह घूस है.”
केजरीवाल ने हाल ही में जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से कहा था कि वे कांग्रेस या भाजपा से पैसे जरूर लें, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट आप के लिए करें. उनके इस बयान पर विपक्षी पार्टियों ने उनकी आलोचना की थी और निर्वाचन आयोग ने इसे चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.