आम आदमी का खास तेवर
रायपुर | जेके कर: दिल्ली के ‘आम आदमी’ का मासिक वेतन बढ़कर 50हजार रुपया हो गया है. दिल्ली के आम आदमी के वोटों से जीतकर सत्ता के गलियारों तक पहुंचे ‘आम आदमी’ के विधायकों का वेतन प्रतिमाह 12हजार रुपयों से बढ़ाकर 50हजार रुपये कर दिया गया है. गुरुवार को केजरीवाल सरकार ने यह विधेयक दिल्ली विधानसभा में पेश किया जिसे दिल्ली विधानसभा ने पास कर दिया है.
अब सभी भत्तों को मिलाकर दिल्ली के विधायकों को 2लाख 35हजार रुपये माह में मिला करेगा.
इस नये बिल के बाद दिल्ली के विधायकों को कार खरीदने के लिये 4लाख के स्थान पर 12लाख रुपयों का कर्ज मिलेगा.
इसे ‘आम आदमी’ का खास तेवर कहा जाये तो गलत न होगा. उल्लेखनीय है कि इनमें से कई विधायक पहले दिन दिल्ली विधानसभा में ऑटो चलाकर पहुंचे थे. कई तो मेट्रो की सवारी कर विधानसभा पहुंचे थे. अब केजरीवाल सरकार ने उनके लिये 12लाख रुपयों की कार खरीदने का इंतजाम कर दिया है.
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी की धमाकेदार जीत के बाद उन्हें सबसे पहले दिल्ली विधानसभा के चुनाव में ‘आम आदमी’ पार्टी ने भयंकर बहुमत से जीतकर चुनौती दी थी. बाद में उसी आम आदमी पार्टी का नया अवतार सामने आया जब उन्होंने अपने पुराने साथियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. उस वक्त ही एकबारगी लगा था कि केजरीवाल में आम आदमी कम ख़ास आदमी बन जाने का गुरुर ज्यादा है.
इसमें केजरीवाल की गलती नहीं वरन् मोदी के विकल्प की तलाश में घूमती आंखों का ज्यादा दोष है जो आम आदमी पार्टी से ज्यादा ही उम्मीद लगा बैठा था.
हालांकि, केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की जनता के लिये काफी कुछ किया है. अपने वादों को पूरा करने के लिय ईमानदार कोशिश की है. उसके बावजूद भी ‘आम आदमी’ सरकार के द्वारा अपने विधायकों के वेतन में 400 फीसदी की बढ़ोतरी को ज़ायज नहीं ठहराया जा सकता है.
जाहिर है कि दिल्ली का मफलरधारी केजरीवाल अब बीते दिनो की बात हो गई है. यह ‘आम आदमी’ का खास तेवर है.