केजरीवाल को जमानत लेकिन नहीं होगी रिहाई
नई दिल्ली | डेस्क: दिल्ली के कथित शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी है. हालांकि उनकी रिहाई अभी नहीं हो पाएगी.
आबकारी मामले में उन्हें ईडी द्वारा दायर मुकदमे में जमानत मिली है.
जबकि उन्हें इसी मामले में सीबीआई ने 26 जून को गिरफ़्तार किया था. इस मामले की सुनवाई 17 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट में होगी.
अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने 21 मार्च को गिरफ़्तार किया था.
इसके बाद उन्हें 21 दिनों तक चुनाव प्रचार के लिए रिहा किया गया था. लेकिन 2 जून को उन्हें आत्मसमर्पण करना पड़ा था और तब से वे जेल में हैं.
क्या कहा अदालत ने
शुक्रवार को कोर्ट में जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा, “अरविंद केजरीवाल 90 से अधिक दिनों से जेल में बंद हैं और चुनावों के दौरान जिन शर्तों पर वो रिहा किए गए थे उन्हीं शर्तों पर उन्हें रिहा किया जाएगा.”
बेंच ने कहा है कि केजरीवाल एक चुने हुए नेता हैं. हालांकि बेंच ने यह भी कहा कि केजरीवाल मुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं, इस बारे में निर्देश नहीं दिया जा सकता.
जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा, “इस पर फै़सला लेने की ज़िम्मेदारी हम अरविंद केजरीवाल पर छोड़ते हैं.”
अदालत ने जमानत देते हुए कहा है कि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री कार्यालय और दिल्ली सचिवालय नहीं जाएंगे.
इसके अलावा वह अपनी ओर से दिए गए बयान से बंधे होंगे कि वह आधिकारिक फाइलों पर तब तक हस्ताक्षर नहीं करेंगे, जब तक कि दिल्ली के उपराज्यपाल की मंजूरी,अनुमोदन प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक न हो.
पार्टी ने कहा-सत्य की जीत
आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली की मंत्री अतिशी ने कहा, “जब बीजेपी को पता था कि अरविंद केजरीवाल को राउज़ एवेन्यू कोर्ट से ज़मानत मिल गई है, सुप्रीम कोर्ट से भी ज़मानत मिल जाएगी, इसीलिए उन्होंने एक और षडयंत्र रचा और जिस दिन सुप्रीम कोर्ट की ज़मानत पर फै़सला आना था, उसी दिन अपने एक और राजनीतिक हथियार सीबीआई से अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार करा दिया.”
“सिर्फ इसलिए कि अगर ईडी केस में ज़मानत मिल गई तो अरविंद केजरीवाल बाहर आकर दस गुना ताक़त से दिल्ली के लोगों का काम करने लग जाएंगे.”
आतिशी ने कहा, “इस देश के एक के बाद एक हर न्यायालय ने आपके षडयंत्र को बेनकाब किया है और कहा है कि अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ सबूत नहीं है. और एक के बाद एक उन्हें ज़मानत मिल रही है.”
उन्होंने भाजपा के लिए कहा कि “अपना अहंकार ख़त्म करिए और बाकी पार्टियों और लोकतंत्र के ख़िलाफ़ साज़िश रचना बंद करिए. सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं हो सकता है.”