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कवासी लखमा को जेल

रायपुर|संवाददाताः छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को जेल भेज दिया गया है. अब कवासी लखमा 4 फरवरी तक जेल में ही रहेंगे. कोर्ट में अगली सुनवाई 5 फरवरी को होगी.

दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने 15 जनवरी को गिरफ्तार किया था.

इसके बाद ईडी ने उन्हें 7 दिन रिमांड पर लिया था. आज रिमांड अवधि खत्म होने पर लखमा को कोर्ट में पेश किया गया.

जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

इस दौरान मीडिया से चर्चा में लखमा ने कहा कि वे निर्दोश हैं. उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है. राज्य सरकार ने उन्हें बहुत परेशान किया है.

उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों की आवाज को बंद कर रही है. बस्तर में सच बोलने वालों को या तो झूठे केस में फंसा दिया जाता है या फिर मार दिया जाता है. लेकिन मुझे देश के कानून पर पूरा भरोसा है. परेशान जरूर होंगे पर जीत सत्य की होगी. जल्द ही सच्चाई सबके सामने आएगी.

करोड़ों रुपये मिलने के सवाल पर कहा कि मेरे घर से एक फूटी कौड़ी तक नहीं मिली है. छह-छह बार चुनाव जीता हूं. विधानसभा में मैंने सवाल उठाए तो घर पहुंचने से पहले ही ईडी आ गई.

हर महीने मिलते थे दो करोड़

शराब घोटाले केस की जांच में ईडी ने अब तक कई खुलासे किए हैं.

ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने कवासी की पहली पेशी पर दावा करते हुए कहा था लखमा को हर महीने दो करोड़ रुपये कमीशन के तौर पर मिलते थे. उन्हीं पैसों से उन्होंने कांग्रेस भवन और अपना अलीशान घर बनवाया है.

साथ ही यह भी कहा था कि शराब घोटाला में कवासी लखमा सिंडिकेट के अहम हिस्सा थे. शराब नीति बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे छत्तीसगढ़ में FL-10 लाइसेंस की शुरुआत हुई.

ईडी ने यह भी बताया था कि  लखमा को आबकारी विभाग में हो रही गड़बड़ियों की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया.

ईडी ने एक साथ तीन जगह मारा था छापा

ईडी की टीम ने 28 दिसंबर 2024 को पूर्व आबकारी मंत्री लखमा के रायपुर के धरमपुरा स्थित बंगले पर दबिश दी थी.

साथ ही उसी दिन सुकमा में लखमा के बेटे हरीश कवासी और नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी दबिश दी थी.

वहीं कवासी लखमा के करीबी सुशील ओझा के राजधानी रायपुर स्थित चौबे कॉलोनी के घर छापा मार कार्रवाई की थी.

इसके बाद ईडी की टीम ने कवासी लखमा को तीन बार पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया था.

लखमा के बेटे हरीश लखमा से भी ईडी ने पूछताछ की थी.

कवासी जब तीसरी बार जवाब देने ईडी दफ्तर पहुंचे थे उसी समय उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

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