करुणा शुक्ला ने भाजपा छोड़ी
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की भाजपा नेता और पूर्व सांसद करुणा शुक्ला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला ने शनिवार को पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को अपना इस्तीफा भेजा है. इस्तीफे के बाद उन्होंने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ में पार्टी मुख्यमंत्री रमन सिंह और सत्ता में शामिल लोगों की जेब में है.
करुणा शुक्ला ने पार्टी नेताओं की आलोचना करते हुये कहा कि जिस पार्टी में 32 साल रह कर उन्होंने पार्टी की सेवा की, उस पार्टी में उनकी ज़रुरत खत्म हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि वे 5 दिनों तक दिल्ली में रह कर पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मिलने की कोशिश करती रहीं लेकिन पार्टी अध्यक्ष ने मिलना तो दूर, उनसे फोन पर भी बातचीत नहीं की.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी दो-तीन सत्ताधारी नेताओं की जागिर बन कर रह गई है. करुणा शुक्ला ने कहा कि ये दो-तीन नेता कौन हैं, यह बात सभी लोग जानते हैं. करुणा शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह इसका नेतृत्व कर रहे हैं. करुणा शुक्ला ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा दिया है तो इसलिये नहीं कि राजनाथ सिंह उन्हें मना लें. अब पार्टी में वापसी का तो सवाल ही नहीं उठता.
गौरतलब है कि करुणा शुक्ला विधायक और सांसद के अलावा पार्टी में भी लगातार सक्रिय रही हैं. वे भाजपा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष और भाजपा की उपाध्यक्ष रही हैं. छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने बिलासपुर की बेलतरा विधानसभा से पार्टी का टिकट मांगा था. लेकिन पार्टी ने 86 वर्षीय विधायक बद्रीधर दीवान को ही फिर से इस सीट से उम्मीदवार बनाया है. माना जा रहा है कि टिकट नहीं मिलने से करुणा शुक्ला नाराज चल रही थीं. इससे पहले पार्टी ने उन्हें चुनाव समिति से भी बाहर रखा था. करुणा शुक्ला इससे भी नाराज थीं.