कपिल सिब्बल ने फिर कांग्रेस को दिए सुझाव
नई दिल्ली | डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी अगर आलस्य की अवस्था में नहीं रहना चाहती है और वो खुद को बीजेपी के एक स्वीकार्य विकल्प के तौर पर पेश करना चाहती है तो उसे संगठन के सभी स्तरों पर व्यापक सुधार लागू करने ही होंगे.
सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शासन करने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं और इस समय देश में जो माहौल है, उसमें कांग्रेस एक विकल्प पेश कर सकती है.
उन्होंने कहा कि चुनावों में मिली हार के कारणों की समीक्षा के लिए समितियों का गठन करना अच्छी बात है लेकिन इसका तब तक कोई असर नहीं होगा जब तक कि इन समितियों के सुझावों को लागू नहीं किया जाएगा.
सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह समझा पाने में नाकाम रही है कि बहुसंख्यकों और अल्पसंख्यकों की सांप्रदायिकता बराबर रूप से देश के लिए ख़तरनाक है.
गौरतलब है कि कपिल सिब्बल कांग्रेस के उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में सार्थक सुधारों की मांग की थी.
हालांकि सिब्बल समेत तमाम नेता लंबे समय तक सत्ता सुख भोगते रहे हैं और उस दौर में इनमें से किसी नेता ने कभी कांग्रेस पार्टी में न तो सुधार की बात की और ना ही ऐसी कोई कोशिश की. अब लगातार सत्ता से बाहर रहने के बाद इन नेताओं ने कांग्रेस पार्टी में सुधार को लेकर चिंता जताई है.