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बनारसी साड़ी के अच्छे दिन आयेंगे

वाराणसी | एजेंसी: जल्द ही बनारसी साड़ी के अच्छे दिन आने वाले हैं. गौरतलब है कि केंद्रीय सूक्ष्म, मध्यम व लघु उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने शुक्रवार को कहा कि बनारसी साड़ी व भदोही का कालीन व्यवसाय जो अब विलुप्त हो गया है, उसे नई पहचान दिया जाएगा. इसके साथ ही पूर्वाचल के गाजीपुर, बलिया, गोरखपुर, चंदौली जैसे ग्रामीण जिलों में भी विकास के लिए नई योजनाएं लाई जा रही हैं, जिसकी घोषणा जल्द हो जाएगी.

कचहरी स्थित सरकारी रेस्ट हाउस में पत्रकारवार्ता में कैबिनेट मंत्री कलराज मिश्र ने कहा, “हमारी यात्रा बेरोजगारी को दूर करने के लिए शुरू हो रही है, जिसमें देश के अंदर करोड़ों लोग जो दसवीं पास भी नहीं है, उन्हें विशेष तकनीकी शिक्षा देते हुए, छोटी पूंजी लगाकर अर्थोपार्जन के लिए समायोजन करेंगे.”

बकौल कलराज, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भरोसा करते हुए मुझे ऐसा मंत्रालय दिया है, जहां से गरीबी दूर की जा सकती है. देश के बेरोजगारों के लिए स्वरोजगार की यात्रा हमारा विभाग शुरू करने जा रहा है और इसे हम पूर्ण करने का कार्य करेंगे.”

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही जो तकनीकी शिक्षा ले चुके हैं, उन्हें छोटी पूंजी से छोटे काम दिलाने और उन्हें जागरूक करने के कदम उठाए जाएंगे. सरकार की योजना है कि गांव-गांव में कुटीर उद्योग धंधों को पुनर्जीवित किया जाए. इसके लिए माइक्रो स्मार्ट तकनीक से जागरूकता लाएंगे.

उन्होंने कहा कि हमारा विभाग माइक्रो, स्मॉल व मीडियम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करेगा, जिसमें विभाग द्वारा जिलेवार कौशल विकास कार्यक्रम होंगे.

मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी से चुनाव लड़ कर समूची दुनिया का ध्यान इस ओर आकर्षित किया. बनारस से प्रधानमंत्री बनना, संस्कृति का जीवंत स्वरूप स्थापित करना है. ऐसे में वाराणसी पर हमारे विभाग की नजर रहेगी और यहां के कुटीर व सूक्ष्म उद्योगों को जीवंत किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि 26 जून को लघु व मध्यम विभाग की बैठक बुलाई गई है जिसमें विभिन्न योजनाओं पर चर्चा होगी. इसके बाद जब मैं बनारस आऊंगा तो मीडिया के सभी प्रश्नों का उत्तर दूंगा.

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